गुरुवार, 21 अप्रैल 2011

विश्व धरा दिवस World Earth Day

 विश्व  धरा दिवस World Earth Day
 हमारा असली घर तो हमारी पृथ्वी ही है|
पृथ्वी दिवस की शुरुआत 22 अप्रैल 1970 से  की गयी पर्यावरण से सम्बंधित जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए समर्पित यह दिन विश्व भर में मनाया जाता है | "पर्यावरण संकट" की बढती चिंता राष्ट्रों को प्रभावित कर रही है और विश्वस्तर पर इस चिंता के निवारण के विभिन्न उपाय किये जा रहें हैं |
हमारे सौरमंडल में केवल पृथ्वी ही एकमात्र ऐसा ग्रह है जिस पर जीवन है और इस आबाद ग्रह पर सब से विकसित हम मनुष्य भी रहते हैं परन्तु मनुष्य ईंटों गारे से बनाए गए अपने मकान को अपना घर समझ बैठा है वास्तव में वो हमारा आश्रय स्थल तो हो सकता है परन्तु हमारा असली घर तो हमारी पृथ्वी ही है आज मनुष्य पृथ्वी का अंधाधुंध दोहन कर रहा है,यह दोहन पृथ्वी के गर्भ  खनिजों के खनन से लेकर उसके शरीर से  वृक्ष रुपी गहने उतारने तक जाता है मनुष्य अपने क्रियाकलापों से उसकी साँसों में वायु प्रदूषण रूपी जहर घोल रहा है और जनसंख्या वृद्धि कर के उस की ममतामयी गोद में अनावश्यक बोझ बढ़ा रहा है |
समूह फोटो कल्ब सदस्य विश्व धरा दिवस के अवसर पर
समूह फोटो कल्ब सदस्य विश्व धरा दिवस के अवसर पर
वैसे तो हर दिन विश्व धरा दिवस होना चाहिए हम कोई एक दिन धरा  को समर्पित कर के अपने दायित्वों का समापन नहीं कर सकते हमें बहुत उचित कदम उठा कर धरती के कष्टों का निवारण करना होगा इसी में समस्त मानवता की भलाई है अब जानते है कि हम अपने जीवनशैली में थोड़ा सा ही बदलाव करके पृथ्वी पर जीवन को और बेहतर बना सकते है पृथ्वी पर रहने वाले प्रत्येक मनुष्य को कम से कम एक पेड़ अवश्य लगाना चाहिए और पानी का सिमित उपयोग करना चाहिए और तीसरी बात हमें आवश्यकता पड़ने पर ही ऊर्जा का उपयोग करना चाहिए | इन सब मुख्य बातों के अलावा पोलीथीन का कम से कम उपयोग,जल संरक्षण,फसलो पर कीटनाशकों का छिडकाव कम कर के कार्बनिक और जैविक पद्यति को अपनाना होगा नहीं तो वो दिन दूर नहीं जब हम जीवनदायनी पृथ्वी को खो देंगे |विज्ञान अध्यापक दर्शन लाल ने बताया कि इमली इको कल्ब, रा. व. मा अलाहर में  हर वर्ष धरा दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन करते है जागरूकता संचार के अंतर्गत रैली,इको मार्च,पेंटिंग,भाषण,वाद विवाद,निबन्ध लेखन प्रतियोगिताएं करवाई जाती हैं इन क्रियाकलापों से बालमन पर अपनी धरा पृथ्वी को बचाने और संरक्षित करने का जज्बा पैदा होता है|  विश्व धरा दिवस पर इको कल्ब अलाहर के बच्चे इको मार्च करते हुए गलियों में नारे लगाते हुऐ यह प्रचारित करते हैं कि हम सब थोड़ा थोड़ा योगदान दे कर अपनी पृथ्वी को बचा सकते हैं |  

विश्व धरा दिवस पर इमली इको कल्ब अलाहर के बच्चे इको मार्च करते हुए 
 

 
प्रस्तुति:- इमली इको क्लब रा.व.मा.वि.अलाहर,जिला यमुना नगर हरियाणा
द्वारा--दर्शन लाल बवेजा(विज्ञान अध्यापक)