इको क्लब्स का राज्यस्तरीय कैम्प
State Level Camp Of Eco Clubs
(18-19 दिसंबर 2010)
इस बार NGC (National Green Corps) का राज्य स्तरीय कैम्प यमुनानगर में लगा |
यमुनानगर के टैगोर पब्लिक स्कूल में यह कैम्प शुरू हुआ जिस के अंतर्गत कईं कार्यक्रम संचालित किये गए |
कार्यक्रम का उदघाटन जिला उपायुक्त श्री अशोक सांगवान ने किया |
उन्होंने बच्चों को बताया की पर्यावरण की रक्षा करना सबका मुख्य कार्य होना चाहिये हम अपने दैनिक जीवन में कुछ नियम बना कर भी यह कार्य सुचारू रूप से कर सकते है |
इस उदघाटन समारोह को डा. शुभ किरण शर्मा ,वैज्ञानिक ,पर्यावरण विभाग जी ने भी संबोधित किया ,डा. आर.के.चौहान जी ने भी अपना लेक्चर डिलीवर किया | विभाग के ही अजेश जी ,जगदीश जी का सहयोग सराहनीय था |
कार्यक्रम के तहत राज्य भर से आये इको क्लब सदस्यों व अध्यापक इंचार्ज व जिला मास्टर ट्रेनर्स को स्थानीय श्री गोपाल बळलारपुर लिमिटिड पेपर मिल दिखाई गयी वहां के एंजीनियर साहेबान ने सब को पेपर मिल की कार्यप्रणाली को विस्तार से दिखाया व समझाया
इसके बाद सभी इको क्लब सदस्य वापस आ गए और स्थानीय बाजारों का भ्रमण किया
State Level Camp Of Eco Clubs
(18-19 दिसंबर 2010)
इस बार NGC (National Green Corps) का राज्य स्तरीय कैम्प यमुनानगर में लगा |
यमुनानगर के टैगोर पब्लिक स्कूल में यह कैम्प शुरू हुआ जिस के अंतर्गत कईं कार्यक्रम संचालित किये गए |
कार्यक्रम का उदघाटन जिला उपायुक्त श्री अशोक सांगवान ने किया |
उन्होंने बच्चों को बताया की पर्यावरण की रक्षा करना सबका मुख्य कार्य होना चाहिये हम अपने दैनिक जीवन में कुछ नियम बना कर भी यह कार्य सुचारू रूप से कर सकते है |
इस उदघाटन समारोह को डा. शुभ किरण शर्मा ,वैज्ञानिक ,पर्यावरण विभाग जी ने भी संबोधित किया ,डा. आर.के.चौहान जी ने भी अपना लेक्चर डिलीवर किया | विभाग के ही अजेश जी ,जगदीश जी का सहयोग सराहनीय था |
Eco Clubs urged to spread green awareness
Stating this here today, a spokesman for theenvironment department Haryana said a two-day camp of eco clubs concluded successfully at Yamuna Nagar with a resolve by the participants to keep environment clean and motivate others to join the drive.
Yamuna Nagar Deputy Commissioner Ashok Sangwan, who inaugurated the camp, lauded the efforts being made by the Environment Department to create awareness among the children. He stressed the need for complete ban on use of polythene and stressed afforestation to keep the environment clean.
Dr Shubh Kiran Sharma, Scientist, Environment Department, said there were 500 Eco clubs established throughout the state to create awareness with regards to environment.
The clubs were working in schools and children were being educated about the importance of environment.
--UNI इसके बाद सभी इको क्लब सदस्य वापस आ गए और स्थानीय बाजारों का भ्रमण किया
सब इको क्लब सदस्यों को अब ले जाया गया ताऊ देवी लाल हर्बल गार्डन दिखाने के लिए यहाँ से 40 किलोमीटर दूर शिवालिक पर्वतों के तराई इलाके में
यहाँ सब ने सैकड़ों जड़ीबूटी के पौधे देखे और डा. ऐ.पी.जे.अब्दुल कलाम जी के हाथों से लगाया गया रुद्राक्ष का पौधा भी देखा जो अब एक बड़ा पेड़ बन चुका है इसके बाद सभी इको क्लब सदस्यों को यहाँ से 14 किलोमीटर दूर हिमाचल प्रदेश हरियाणा के बार्डर पर स्थित कालेश्वर महादेव मठ में ले जाया गया जहां मठ में क्लब सदस्यों ने पेंटिंग प्रतियोगिता और क्विज प्रतियोगिता में भाग किया यहाँ पर बच्चों को रिफ्रेशमेंट भी दी गयी |
यहाँ बच्चों ने यहाँ की प्रसिद्ध लोहे की गदा को वैज्ञानिक तरीके से उठा कर देखा और अभ्यास किया|
कालेश्वर मठ में एक मशहूर त्रिवेणी पेड़ लगा है|
और अब सभी क्लब सदस्यों को कलेसर नेशनल पार्क ले जाया गया यह बच्चों के लिए अविस्मरणीय पल थे
हालंकि बच्चे कोई जीव जंतु तो नहीं देख सके परन्तु फिर भी असीम जैव विविधता वनस्पतियां देखने लायक थी
कलेसर नेशनल पार्क में हाथी ,बाघ ,तेंदुआ ,नील गायें ,साम्भर ,हिरन ,जंगली सूअर ,विभिन्न पक्षी ,रोझ-माहे आदि जीव जंतु पाए जाते है |
कलेसर नेशनल पार्क देखने के बाद अब बारी थी हथनी कुंड बैराज देखने की ,यह बैराज यमुना नदी पर बनाया गया है यहाँ पर यमुना के पानी को रेगुलेट किया जाता है दिल्ली के लोग इस बैराज (बाँध) से भली भांति परिचित है जब भी मानसून में दिल्ली यमुना में बाड़ की स्तिथि बनती है तब इसी बाँध से पानी छोड़ा जाता है इस वर्ष यमुना ने यमुनानगर जिले में भारी तबाही मचाई उस बाद के अवशेष चिन्ह भी सब ने देखे |
यहाँ बच्चों ने यहाँ की प्रसिद्ध लोहे की गदा को वैज्ञानिक तरीके से उठा कर देखा और अभ्यास किया|
कालेश्वर मठ में एक मशहूर त्रिवेणी पेड़ लगा है|
और अब सभी क्लब सदस्यों को कलेसर नेशनल पार्क ले जाया गया यह बच्चों के लिए अविस्मरणीय पल थे
हालंकि बच्चे कोई जीव जंतु तो नहीं देख सके परन्तु फिर भी असीम जैव विविधता वनस्पतियां देखने लायक थी
कलेसर नेशनल पार्क में हाथी ,बाघ ,तेंदुआ ,नील गायें ,साम्भर ,हिरन ,जंगली सूअर ,विभिन्न पक्षी ,रोझ-माहे आदि जीव जंतु पाए जाते है |
कलेसर नेशनल पार्क देखने के बाद अब बारी थी हथनी कुंड बैराज देखने की ,यह बैराज यमुना नदी पर बनाया गया है यहाँ पर यमुना के पानी को रेगुलेट किया जाता है दिल्ली के लोग इस बैराज (बाँध) से भली भांति परिचित है जब भी मानसून में दिल्ली यमुना में बाड़ की स्तिथि बनती है तब इसी बाँध से पानी छोड़ा जाता है इस वर्ष यमुना ने यमुनानगर जिले में भारी तबाही मचाई उस बाद के अवशेष चिन्ह भी सब ने देखे |
यमुना नगर जिले में बाड़ आने का एक कारण बजरी रेत का अवैध खनन भी बताया जाता है यहाँ 80-90 फीट तक खुदाई की जा चुकी है|
बच्चों ने इस बारे भी जाना कि अब आजकल अवैध खनन व स्टोन क्रेशर बंद है पर साथ लगती यू. पी. में अवैध खनन व स्टोन क्रेशर चालु है रोजाना हज़ारों ट्रक-ट्राले,डम्पर,ट्रैक्टरट्राली यू. पी. से माल ले कर यमुना नगर शहर से गुजर कर हरियाणा के अन्य जिलों व दिल्ली जाते है जिस कारण पिछले कईं सालो से यमुना नगर में काफी प्रदूषण हो गया है|
और अब अंत में सब वापिस आ गए यमुनानगर क्लोजिंग सेरामनी के लिए
सब विजेता बच्चों को पुरस्कार दिए गए
इस प्रकार यह दो दिवसीय इको क्लब्स का राज्यस्तरीय कैम्प सम्पन्न हुआ |
प्रस्तुति:- इमली इको क्लब रा.व.मा.वि.अलाहर जिला,यमुना नगर हरियाणा
प्रस्तुति:- इमली इको क्लब रा.व.मा.वि.अलाहर जिला,यमुना नगर हरियाणा
द्वारा--दर्शन लाल बवेजा(विज्ञान अध्यापक)
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