मंगलवार, 8 दिसंबर 2015

डेंगू व डायरिया रोग के बारे में जानकारी Dengue and Malaria

डेंगू व डायरिया रोग के बारे में जानकारी Dengue and Malaria 
खतरनाक जीव नन्हा मच्छर करोड़ों को काट कर रोगी बना रहा है
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलाहर में होमी भाभा विज्ञान क्लब के सदस्यों ने आज विशेष बालसभा का आयोजन प्रधानाचार्य श्री नरेंद्र कुमार ढींगड़ा की अध्यक्षता में किया गया जिसमे बच्चों को डेंगू व डायरिया रोग के बारे में जानकारी दी गयी। इसी कार्यक्रम के दौरान एक प्रश्नोत्तरी का भी आयोजन किया गया जिसमे बच्चों से डेंगू व डायरिया रोग के बारे प्रश्न पूछे गए जिनका बच्चों ने बढ़ चढ़ कर जवाब दिया।
विज्ञान अध्यापक दर्शन लाल ने डेंगू ज्वर के फैलने के कारण, लक्षणों व बचाव के उपायों पर प्रकाश डाला। डेंगू बुखार एडीज़ इजिप्टी मच्छरों के काटे जाने से फैलने वाली वाइरल बीमारी है। ये मच्छर इनसानी बस्तियों में खुले और साफ पानी में पैदा होते हैं, ये मच्छर दिन के समय काटते हैं। बरसात के साथ ही डेंगू और मलेरिया का आतंक बढ़ गया है। जैसे-जैसे मनुष्य ने मच्छरजनित रोगों पर काबू पाने के उपाय किए हैं, वैसे-वैसे मच्छर भी दिनोंदिन बलशाली होता जा रहा है। पहले तो बस मलेरिया ही था लेकिन अब तो मच्छर ने और भी रोग मनुष्य की झोली में डाल दिए हैं दो चार  मिलीग्राम से वजन वाले इस खतरनाक जीव ने आज भी मनुष्य का जीना दूभर कर रखा है। दुनियाभर में सबसे खतरनाक जीव नन्हा मच्छर करोड़ों को काट कर रोगी बना रहा है। खुले गटर, गड्ढे पानी भरी होदियां, नालियां और जगह जगह जमा बरसात का पानी,  कूलर, पानी की खुली टंकियां, टायर जैसा अन्य कबाड़ मच्छरों के इस परिवार को बढ़ाता है। डायरिया के बारे में बताते हुए कहा की साफ़ पानी पीना और हाथो को साबुन और पानी से धोना मात्र ही यह सुनिश्चित कर देता है की आपको डायरिया तंग नहीं कर सकता है। प्रधानाचार्य श्री नरेंद्र धींगड़ा ने बालको को स्कूल में जूते और पूरी बाजू की कमीज पहन कर आने और साबुन से हाथ की अनिवार्यता के आदेश दिए।         
मौके पर विद्यालय के अध्यापक दर्शन लाल, लवलीन कौर, जसविन्द्र कौर, मीना काम्बोज, संजीव धौलरा, सुनीता काम्बोज, भगवती शर्मा, रीना रानी, संदीप कुमार, संजय गौतम, सुनील काम्बोज मौजूद रहे। 
अखबार में 
प्रस्तुती : दर्शन लाल बवेजा, विज्ञान अध्यापक रावमावि अलाहर

                         

परीक्षा परिणामों में विद्यालय ने बाज़ी मारी Best Results

नौं विद्यार्थियों की मैरिट के साथ उत्कृष्ट परीक्षा परिणामों में अलाहर के राजकीय विद्यालय ने बाज़ी मारी
बच्चों, अध्यापको व अभिभावकों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी  
प्रधानाचार्य नरेंद्र धींगड़ा परीक्षा 
परिणाम घोषित करते हुए  
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलाहर के विद्यार्थियों ने मैट्रिक व जमा दो परीक्षा में बेहतरीन परिणाम देते हुए उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। विद्यालय के प्रधानाचार्य नरेंद्र धींगड़ा ने परीक्षा परिणाम बारे बताया है की विद्यालय के 9 विद्यार्थियों ने मैरिट हासिल की है जिनमे मंदीप कुमार, मिनल राणा, सुमित कुमार, किरण बाला आहूजा ने चार सौ से अधिक अंक प्राप्त करके स्कूल का व गावं का नाम रोशन किया है बहुत से बच्चों ने हिन्दी, गणित, सामाजिक, अंगरेजी, संस्कृत, ड्राइंग, विज्ञान विषयों में डिक्टीनशन अंक प्राप्त किये हैं। बच्चों ने गणित और विज्ञान विषयों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है गणित में मंदीप कुमार ने स्कूल में सार्वधिक 96 अंक प्राप्त करके प्रथम स्थान प्राप्त किया है और गणित मुश्किल विषय होता है इस धारणा को पलट कर दिखा दिया है। सफल विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों ने विद्यालय में आकर प्रधानाचार्य व अध्यापकों को बधाईयाँ दी। 
मेरिट प्राप्त करने वाले बच्चों
 और अभिभावकों के साथ प्रधानाचार्य 
इस अवसर पर प्रधानाचार्य ने कहा की ये सब बच्चों व अध्यापको की मेहनत का ही फल है कि एक और तो जहां राज्य का सामान्य परीक्षा  परिणाम बहुत कम है फिर भी विद्यालय का परिणाम उस से बहुत अधिक है।
विज्ञान अध्यापक दर्शन लाल व गणित अध्यापक मनीष कुमार शर्मा विज्ञान व गणित विषय में स्कूल के बालको के बेहतरीन प्रदर्शन से बहुत खुश हैं।  विद्यालय के प्रधानाचार्य के साथ विद्यालय के अध्यापकों संजय गौतम, सुनील काम्बोज, मनीष कुमार, दर्शन लाल, संदीप कुमार, रविंदर सैनी, प्रदीप धीमान, जसविंदर कौर, लवलीन कौर, सुनीता काम्बोज, भगवती शर्मा, रीना काम्बोज, मीना काम्बोज, पवन कुमार, पवन सचदेवा, धर्मेन्द्र, रणजीत, संजीव धौलरा, अध्यापको ने सफल बच्चों को उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभ कामनाएं दी है।
अखबार में 
प्रस्तुती : दर्शन लाल बवेजा, विज्ञान अध्यापक, रावमावि अलाहर
    

डाक्टर एपीजे अब्दुल कलाम को बच्चों और अध्यापको ने भावभीनी श्रधांजलि दी Dr APJ Abdul Kalam

बच्चों और अध्यापको ने  डाक्टर कलाम को भावभीनी श्रधांजलि अर्पित की
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलाहर में आज भूतपूर्व राष्ट्रपति और वैज्ञानिक डाक्टर एपीजे अब्दुल कलाम को बच्चों और अध्यापको ने भावभीनी श्रधांजलि दी और श्रद्धा सुमन अर्पित किये। 
प्रातकालीन सभा में बच्चों को डाक्टर कलाम के आकस्मिक निधन की सुचना दी गयी और दो मिनट का मौन रख कर दिवंगत आत्मा के प्रति श्रद्धा व्यक्त की गयी। प्रधानाचार्य नरेंद्र धींगड़ा, प्रवक्ता रविंदर कुमार, संदीप कुमार व विज्ञान अध्यापक दर्शन लाल ने बच्चों को सम्बोधत किया, जिसमें उन्हें डाक्टर कलाम के बचपन से लेकर देश के राष्ट्रपति बनने तक के जीवन परिचय से अवगत करवाया गया उन्होंने बताया कि डाक्टर कलाम का जीवन खुद में एक बहुत बड़ी प्रेरणा है वो प्रेरणा जो ग्रामीण अंचल से शुरू होकर देश के सर्वोच्च पद तक पहुँचने का किस्सा ब्यान करती है देश के हरेक बच्चे को डाक्टर कलाम के जीवन से प्रेरित होकर देश सेवा में अपना योगदान देना चाहिये।
विद्यालय के अध्यापक दर्शन लाल, रविंदर सैनी, लवलीन कौर, जसविन्द्र कौर, मीना काम्बोज, सुनीता काम्बोज, भगवती शर्मा, पवन कुमार, रणजीत सिंह, प्रदीप धीमान, धर्मेन्द्र सिंह, संदीप कुमार, संजय गौतम, सुनील काम्बोज, धर्मेंदर सिंह, मुनीश शर्मा, राजपाल, अजनर सिंह ने भी अपने हाथों से श्रद्धा सुमन अर्पित किये।
अखबारों में 



प्रस्तुती : दर्शन लाल बवेजा, विज्ञान अध्यापक रावमावि अलाहर
         
    


शुक्रवार, 28 अगस्त 2015

मुख्यशिक्षिका संतोष कुमारी सेवानिवृत्त हुई Head Teacher

सबसे बड़ी राष्ट्र सेवा का कार्य है बच्चों को शिक्षित करना : श्री श्याम सिंह राणा

अध्यापक सौभाग्यशाली है कि उस को राष्ट्र की सेवा का सबसे अधिक मौका मिलाता है इस लिए उसे इस अवसर को चूकना नहीं चाहिए और इस अवसर का लाभ उठाते हुए बालको को उत्तम शिक्षा देकर बेहतरीन नागरिक बनाना चाहिए यह शब्द रादौर के विधायक श्री श्याम सिंह राणा ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलाहर की मुख्यशिक्षिका संतोष कुमारी की सेवानिवृत्ति के अवसर पर अध्यापको को संबोधित करते हुए कहे।
उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट्र की तरक्की वहां की सुशिक्षित जनता पर निर्भर करती है क्योंकि शिक्षा ही अपना, देश व समाज का भला बुरा सोचने की शक्ति प्रदान करती है इसलिए अभिभावकों को चाहिए की वो अध्यापको का पूर्ण सहयोग करें और अपने बच्चों को विद्यालय भेज कर देश की तरक्की में अपना योगदान देवें।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलाहर के प्रधानाचार्य नरेंद्र धींगड़ा ने बताया कि मुख्यशिक्षिका संतोष कुमारी ने प्राथमिक विद्यालय के बच्चों के लिए पांच किलोवाट का एक जनरेटर उपहार में दिया है जिसके लिए वो खुद व सभी अध्यापक उनके आभारी हैं।
आज के कार्क्रम का मंच संचालन प्रवक्ता रविंदर कुमार सैनी ने किया व इस अवसर पर विद्यालय के अध्यापक दर्शन लाल, संतोष कुमारी, रविंदर सैनी, सुनीता काम्बोज, संजय गौतम, सुनील काम्बोज, मनोहर लाल, नित्यानंद, गोपाल शास्त्री ने भी संबोधित किया।
प्रस्तुती : दर्शन लाल बवेजा, विज्ञान अध्यापक रावमावि अलाहर

बाइसाईकल पाकर खुशी से झूम उठे छात्र छात्राएं Bicycles Distributed

बाइसाईकल पाकर खुशी से झूम उठे छात्र छात्राएं
सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत बांटी गयी साइकलें राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलाहर में शिक्षा विभाग के सर्व शिक्षा अभियान की योजना के अंतर्गत दो किलोमीटर से अधिक दूरी से स्कूल आने वाली छात्राओं को व छात्रों को निशुल्क साइकलें वितरित की गयी इस अवसर पर अलाहर ग्राम पंचायत के सरपंच महिंद्र पाल सिंह, एस एम डी सी के प्रधान राजकुमार व विद्यालय के प्रधानाचार्य नरेंद्र ढींगड़ा ने बच्चों को यह सायकिले अपने हाथों से वितरित की, सायकिले प्राप्त करने पर बच्चों को बहुत प्रसन्नता हुई। बालिकाओं को शिक्षा के प्रति प्रेरित करने के लिए और उन्हें स्वावलंबी बनाने के उद्देश्य से सरकार द्वारा चलाई गयी योजना के अंतर्गत बहुत सी कल्याणकारी योजनायें शुरू की गयी हैं जिन का पूरा पूरा लाभ समय पर विद्यार्थियों को दे दिया जाता है जिस कारण क्षेत्र के बच्चों में शिक्षा के प्रति रूचि बढ़ी हैं। इस अवसर पर विद्यालय के अध्यापक दर्शन लाल, रविंदर सैनी, लवलीन कौर, जसविन्द्र कौर, प्रदीप धीमान, धर्मेन्द्र सिंह, संदीप कुमार, संजय गौतम, सुनील काम्बोज, धर्मेंदर सिंह, मुनीश शर्मा भी उपस्थित रहे।
प्रस्तुती : दर्शन लाल बवेजा, विज्ञान अध्यापक रावमावि अलाहर

मीठे जल की छबील Chhbeel

 ठंडे मीठे जल की छबील लगाई गई
अलाहर के राजकीय विद्यालय में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलाहर में आज छबील का आयोजन किया जिस में बच्चों को ठंडा व मीठा शरबत पिलाया गया, छबील का शुभारम्भ प्रधानाचार्य नरेंद्र कुमार ने किया, उन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि जब वो स्कूल में पढ़ते थे तब सब बच्चे अपनी  पॉकेट मनी बचाकर छबील लगाते थे तो उन को बहुत खुशी मिलती थी। विद्यालय में इस छबील का आयोजन राजनीति शास्त्र के प्रवक्ता रविंदर सिंह व अध्यापिका गणित लवलीन कौर ने किया।
विज्ञान अध्यापक दर्शन लाल ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा की इन दिनों गर्मी से मानव ही नहीं बल्कि पेड़-पौधे और पशु पक्षियों का बुरी हाल हुआ पड़ा है। उपर से उमस ने भी जीना दूभर किया हुआ है, तापमान बहुत अधिक है। ऐसे में इस प्राकृतिक प्रकोप से बचने के लिए मनुष्य अपनी यथासंभव इंसानियत को प्रकट कर रहा है और जगह जगह पीने के पानी और भोजन की व्यवस्था कर रहा है जिस से मानव की यह सेवा भावना राहगीरों व जरूरतमंदों के काम आ रही है। विद्यालय के अध्यापक दर्शन लाल, संजय गौतम, रविंदर सैनी, लवलीन कौर, जसविन्द्र कौर, प्रदीप धीमान, धर्मेन्द्र सिंह, संदीप कुमार ने सहयोग दिया।
प्रस्तुती : दर्शन लाल बवेजा, विज्ञान अध्यापक रावमावि अलाहर


सोमवार, 24 अगस्त 2015

योग एवं व्ययाम सीखा Yoga Training in School

अलाहर के राजकीय विद्यालय के विद्यार्थियों ने योग एवं व्ययाम सीखा   

कक्षा तत्परता कार्यक्रम में सभी विषयों के साथ योग, खेलकूद, दस्तकारी व सामान्य ज्ञान में भी  रूचि ले रहे हैं विद्यार्थी 
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलाहर में शिक्षा विभाग द्वारा चलाये गए सी आर पी कार्यक्रम के दौरान आज विद्यार्थियों ने योग एवं व्ययाम सीखा, विद्यालय में विशेष रूप से आमंत्रित योग विशेषज्ञ अनिल कुमार व विद्यालय के अध्यापक सुनील काम्बोज, दर्शन लाल, प्रदीप धीमान व संजीव कुमार ने बच्चों को योग का प्रशिक्षण दिया विद्यालय के प्रधानाचार्य नरेंद्र कुमार ढींगड़ा ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि तंदरुस्ती हजार नियामत है इस लिए हमे खुद को तंदरुस्त रखना चाहिये जिसके लिए हमे अपनी दिनचर्या में योग व्ययाम व प्रात कालीन सैर जरूर करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वह विद्यालय के बच्चों व अध्यापको के प्रयासों की सराहना करते हैं की वो बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रयासरत हैं।
आज बच्चों को आलोम विलोम, कपालभाती, प्राणायाम, सूर्यनमस्कार, सर्वांगासन, हलासन, चक्रासन, वज्रासन, पश्चिमोतासन, धनुरासन करने सिखाये गए।
विद्यालय के अध्यापक दर्शन लाल, संजय गौतम, रविंदर सैनी, लवलीन कौर, जसविन्द्र कौर, प्रदीप धीमान, धर्मेन्द्र सिंह, संदीप कुमार विद्यालय में बच्चों को खेल खेल में विज्ञान, मेहंदी लगाओ प्रतियोगिता, पर्यावरण व कन्या भ्रूण हत्या व  अन्य सामाजिक बुराइयों पर जागरूकता कार्यक्रम, कम लागत से विज्ञान माडल, खो-खो व पीटी-योगा अभ्यास, गणित, कम्प्यूटर, सामान्यज्ञान व विज्ञान प्रश्नोत्तरी, विज्ञान पजल्स, प्रकृति भ्रमण, कोलाज मेकिंग, क्ले मोडलिंग, बैंकिग व पोस्टल कार्यप्रणाली का ज्ञान, कविता रचना व कविता पाठ, नाटक, रोल प्ले, जागरूकता रैलियाँ, आपदा प्रबंधन व प्राथमिक चिकित्सा बाक्स आदि गतिविधियां करवा कर शिक्षण-अधिगम को बहुत रुचिकर तरीके से अंजाम दे रहे हैं।
अखबारों में

प्रस्तुती : दर्शन लाल बवेजा, विज्ञान अध्यापक रवमावि अलाहर   

आपदा प्रबंधन के गुर सीखे विद्यार्थियों ने Disaster Management Training in School

आपदा प्रबंधन के गुर सीखे विद्यार्थियों ने Disaster Management Training in School
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलाहर में विद्यार्थियों को आपदाओं के बारे में बताया गया और उन्हें आपदा प्रबंधन बारे टिप्स दिए गए, शिक्षा विभाग द्वारा चलाये गए सी आर पी कार्यक्रम के दौरान विभिन्न जीवनोपयोगी गतिविधियों के अंतर्गत प्राकृतिक मानव-जनित आपदाओं का ज्ञान दिया गया जिस में बच्चों ने बहुत रूचि दिखाई। इस जागरूकता सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ विद्यालय के प्रधानाचार्य नरेंद्र कुमार धींगड़ा ने किया। सीआरपी के तहत यह आपदा प्रबंधन कार्यक्रम कईं दिन तक चलेगा बालको को हर रोज विभिन्न आपदाओं के बारे में बताया जाएगा और इससे बचाव के तरीके भी बताये जायेंगे ताकि ऐसी कोई स्थिति आये तो बच्चे अपनी जान बचा सकें और साथ ही दूसरो की भी मदद कर सकें।
आपदा के विभिन्न प्रकार
विद्यालय के विज्ञान अध्यापक दर्शन लाल ने विद्यार्थियों को विभिन्न आपदाओं के बारे में बताया और कहा की केदारनाथ के बाद नेपाल की आपदा ने एक बार फिर बता दिया है कि प्रकृति की मार सबसे भयंकर होती है ऐसे में जरूरी हो जाता है कि हम आपदा आने पर हम किस प्रकार बच सके और दूसरों की भी जान बचा सके। आपदा प्रबंधन के द्वारा ही हम यह सब जान सकते है। बवेजा ने बताया की आपदा एक असामान्य घटना है जो थोड़े ही समय के लिए आती है और अपने विनाश के चिन्ह लंबे समय के लिए छोड़ जाती है। प्राकृतिक आपदा को परिभाषित करते हुए कहा जा सकता है कि एक ऐसी प्राकृतिक घटना जिस में एक हज़ार से लेकर दस लाख लोग तक प्रभावित हों और उनका जीवन खतरे में हो तो वो प्राकृतिक आपदा कहलाती है प्राकृतिक आपदाएं मनुष्य व अन्य जीवों को बहुत प्रभावित करती है।
प्राकृतिक आपदा के हैं कई रूप
हरिकेन, सुनामी, सूखा, बाड़, टायफून, बवंडर, चक्रवात सब मौसम से सम्बन्धित प्राकृतिक आपदाएं हैं। भूस्खलन और हिमघाव ऐसी प्राकृतिक आपदा हैं जिस में स्थलाकृति बदल जाती है। भूकम्प टेक्टोनिक प्लेट विवर्तनिकी के कारण और ज़्वालामुखी के कारण अग्निकांड, दावानल आदि आते हैं। टिड्डीदल का हमला, कीटो के प्रकोप को भी प्राकृतिक आपदा माना गया है। मानवकृत आपदा के बारे में भी बताया गया की मानवीय दखल से नित नए नए प्रकार की आपदाओं से मनुष्य को दो चार होना पड़ रहा है जिनमे से पर्यावरणीय आपदा वैश्विक ऊष्मन और वैश्विक शीतलन जैसी नयी मुसीबते मुहँ खोले खड़ी हैं।
आपदा प्रबंधन कैसे करें?
बवेजा ने बताया की हमारे स्कूली पाठ्यक्रम में ऐसा कोई ख़ास इंतजाम नहीं है की बालक पाठ्यक्रम से आपदा प्रबंधन सीख सकें फिर भी अध्यापक बच्चों को आपदा के समय, पहले व बाद के इंतजामात बारे बताते हैं जिसमे बाड़, भूकंप और अतिवृष्टि से होने वाले नुकसानों से बचने के उपाय बताये गए। बालको को इस बारे प्रशिक्षित भी किया गया यह गतिविधि पूरे सप्ताह चलेगी जिस में बच्चों को प्राथमिक चिकित्सा का भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। बच्चों को आपदा प्रबंधन से सम्बंधित वीडियो एनिमेशन फिल्मे भी दिखाई जायेंगी जिन के द्वारा बच्चे व अध्यापक सीखेंगे। कार्यक्रम में संजय गौतम, सुनील काम्बोज, रविंदर सैनी, लवलीन कौर, जसविन्द्र कौर, प्रदीप धीमान, धर्मेन्द्र सिंह, संदीप कुमार, मनीष कुमार शर्मा, पवन सचदेवा, भगवती शर्मा, रीना काम्बोज सहित विद्यालय के बच्चों इतेश, गौरव, सुमित, वंशिका, रजनीश, महक, नैन्सी, दिव्या, ज्योति, अरुण, संतोष, सूर्या, गगन, हिमांशु, अनिकेत, अंशुल, आकाश, साहिल, प्रीती, साक्षी ने भाग लिया।
अख़बारों में

प्रस्तुती : दर्शन लाल बवेजा, विज्ञान अध्यापक रवमावि अलाहर


बुधवार, 27 मई 2015

विज्ञान विषय में रूचि Interest in Science

कक्षा तत्परता कार्यक्रम के अंतर्गत विज्ञान गतिविधियाँ सीखी बच्चों ने
कक्षा तत्परता कार्यक्रम के दौरान विज्ञान विषय में रूचि उत्त्पन करने में जुटे अध्यापक
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलाहर में शिक्षा विभाग द्वारा चलाये गए सी आर पी कार्यक्रम के दौरान विज्ञान में रूचि जगाने के लिए विभिन्न विज्ञान गतिविधियां चलाई जा रही हैं इन विज्ञान गतिविधियों का उदघाटन विद्यालय के प्रधानाचार्य नरेंद्र धींगड़ा ने किया और बताया कि सारे साल स्लेबस पूरा कराने की उलझनों में फसे विज्ञान अध्यापक के पास अब एक बेहतरीन अवसर है कि वो सी आर पी कार्यक्रम के दौरान विभिन्न विज्ञान गतिविधियां करवा कर बच्चो को विज्ञान शिक्षा के प्रति आकर्षित कर सकता है और साथ ही अपने हुनर का प्रदर्शन करके शिक्षा जगत में अपनी योग्यता भी सिद्ध कर सकता है।
इस विज्ञान संचार व जागरूकता कार्य की कमान उन्होंने विद्यालय के विज्ञान अध्यापक दर्शन लाल को सौपी उन्होंने बालको को खेल खेल में विज्ञान, कम लागत से विज्ञान माडल, विज्ञान प्रश्नोत्तरी, विज्ञान पजल्स, प्रकृति भ्रमण आदि गतिविधियां करवा कर विज्ञान शिक्षण को और भी मजेदार बना दिया है। आजकल विद्यालय में विज्ञान अध्यापक दर्शन लाल ने बच्चों को भौतिकी की समझ बढ़ाने के लिए विधुतचुम्बकत्वगतिआघूर्णबलगुरुत्वआवेशवायु
दबावबरनौली के सिद्धांतपास्कल के नियमआर्कमिडिज के सिद्धांतन्यूटन के नियमोंप्रकाश का अपवर्तनप्रकाश का परावर्तनप्रकाश का विक्षेपणविधुत मोटर व डायनमोविधुत फ्लस्कआवेश विसर्जनघर्षणचलचित्रपम्पध्वनि की उत्पत्ति एवं संचरण आदि पर आधारित विभिन्न नवाचारी कम लागत के उपकरणों से विभिन्न गतिविधियाँ करवा रहे हैं जिनको कि सी आर पी के अंतर्गत बच्चे खुद भी करके देख रहे हैं।

सी आर पी गतिविधियों में विज्ञान किटस् का भी बेहतर उपयोग हो रहा है  
दर्शन लाल ने यह भी बताया कि सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत शिक्षा विभाग द्वारा सभी विद्यालयों को दो दो विज्ञान प्रयोगिक किट्स भी उपलब्ध करवाई गयी हैं जिनमें सौ से भी अधिक विज्ञान गतिविधयां करवाए जाने की सामग्री दी गयी है और यह सामान विज्ञान पाठ्य पुस्तक में वर्णित सभी गतिविधियों को करवाए जा सकने में सक्षम हैं। इन विज्ञान किट्स का उपयोग सी आर पी के दौरान किया जा रहा है।
यह विज्ञान किट्स बहुत ही बेहतरीन और सम्पूर्ण है जिनके द्वारा बहुत से प्रयोग कम समय में व भारी उपकरणों  के बगैर ही करवाए जा सकते हैं।  आजकल भी समाज में विभिन्न अंधविश्वास व्याप्त है, अंधविश्वास एक वैश्विक समस्या बनी हुई है। कुछ शातिर लोग समाज में कार्यरत हैं जो कि यदाकदा अपना शिकार फांस कर उस परिवार का भविष्य बर्बाद कर देते हैं। सी आर पी के दौरान विज्ञान शिक्षक बच्चों को अंधविश्वास निवारण के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
दर्शन लाल बवेजा
 विज्ञान अध्यापक दर्शन लाल अन्य विज्ञान अध्यापको के मार्गदर्शन के लिए हमेशा तत्पर रहते है और जिले व अन्य प्रान्तों के विज्ञान शिक्षक व विद्यार्थी इमेल, पत्राचार, दूरभाष व विज्ञान गतिविधियों पर आधारित उनके द्वारा संचालित वेबसाईट साइंसदर्शन डाट इन के माध्यम से उनसे जुड़े रहते हैं व अपने अनुभव आपस में सांझे करके विज्ञान संचार में योगदान करते हैं।   


अख़बारों में 


  

शनिवार, 9 मई 2015

प्रकृति को नजदीक से जाना Nature Watch

कक्षा तत्परता कार्यक्रम के अंतर्गत बच्चों ने प्रकृति को नजदीक से जाना
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलाहर में शिक्षा विभाग द्वारा चलाये गए सी आर पी कार्यक्रम के दौरान कक्षा सात ने बच्चों के बीच एक प्रतियोगिता  करवाई गयी जिस में बच्चों ने टोलियों में बंटकर विभिन्न गतिविधियों के जरिये  प्रकृति को नजदीक से समझा। इस गतिविधि आधारित प्रतियोगिता में बच्चों को कहा गया कि
वो आसपास के पेड़ पोधों व अन्य वनस्पति को पास जाकर देखें व वहां जो भी उन को रुचिकर या आश्चर्यचकित करने वाला लगे उस को नोट करें। बालको ने टोलियों में ऐसा किया व फिर उनका अध्ययन करके विज्ञान अध्यापक दर्शन लाल व अन्य टोलियों के साथ समूह चर्चा करके अपने इन अनुभवों को सांझा किया। बच्चों को इस गतिविधि आधारित प्रतियोगिता में बहुत आनन्द आया उन्होंने पौधों, जड़ों, लार्वा-कोकून, अमरबेल, रंगबिरंगे फूल, मधुमक्खी व अन्य कीटों के बारे में जाना और जानकारियाँ एकत्र की।
विद्यालय के प्रधानाचार्य नरेंद्र कुमार धींगड़ा ने नित नयी नयी गतिविधियों के माध्यम से बालको में पढ़ाई के प्रति रूचि जागृत करने के लिए बच्चों व अध्यापको के प्रयासों की सराहना की। विद्यालय के अध्यापक दर्शन लाल, संजय गौतम, सुनील कुमार, पवन सचदेवा, रीना काम्बोज, भगवती शर्मा, पवन कुमार, रणजीत सिंह विद्यालय में बच्चों को विभिन्न गतिविधियां करवा कर शिक्षण-अधिगम को बहुत ही रुचिकर तरीके से करवा रहे हैं। इस गतिविधी में गौरव, वंशिका, भारती, दिव्या, सूर्या व नैन्सी की टीमो ने भाग लिया।

प्रस्तुती : दर्शन लाल बवेजा विज्ञान अध्यापक 

  

शुक्रवार, 1 मई 2015

विश्व धरा दिवस World Earth Day Celebrations

उत्साह से मनाया गया विश्व धरा दिवस और हुए विभिन्न कार्यक्रम
ईंट गारे से बना मकान तो बस हमारा आश्रय है परन्तु हमारा असली घर तो हमारी पृथ्वी ही है।

राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलाहर मे टेमारिंड इको क्लब द्वारा विश्व धरा दिवस धूमधाम से मनाया गया, जिसके जिसके अंतर्गत बहुत सी गतिविधियां करवाई गयी।  विद्यालय के प्रधानाचार्य नरेंद्र धींगड़ा ने बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा कि पृथ्वी दिवस की शुरुआत 22 अप्रैल 1970 (बाईस अप्रैल उन्नीस सौ सत्तर) से की गयी थी।  पर्यावरण से सम्बंधित जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए समर्पित यह दिन विश्व भर में मनाया जाता है। पर्यावरण संकट की बढती चिंता राष्ट्रों को प्रभावित कर रही है और विश्वस्तर पर इस चिंता के निवारण के विभिन्न उपाय भी किये जा रहें हैं।
विज्ञान अध्यापक दर्शन लाल ने कहा कि हमारे सौरमंडल में केवल पृथ्वी ही एकमात्र ऐसा ग्रह है जिस पर जीवन है और इस आबाद ग्रह पर सब से विकसित हम मनुष्य भी रहते हैं परन्तु मनुष्य ईंटों गारे से बनाए गए अपने मकान को अपना घर समझ बैठा है वास्तव में वो हमारा आश्रय तो हो सकता है परन्तु हमारा असली घर तो हमारी पृथ्वी ही है आज मनुष्य पृथ्वी का अंधाधुंध दोहन कर रहा है, यह दोहन पृथ्वी के गर्भ  खनिजों के खनन से लेकर उसके शरीर से  वृक्ष रुपी गहने उतारने तक जाता है। मनुष्य अपने क्रियाकलापों से उसकी साँसों में वायु प्रदूषण रूपी जहर घोल रहा है और जनसंख्या वृद्धि कर के उस की ममतामयी गोद में अनावश्यक बोझ बढ़ा रहा है।
राजनिती शास्त्र के प्रवक्ता रविन्द्र कुमार सैनी ने कहा कि वैसे तो हर दिन विश्व धरा दिवस होना चाहिए हम कोई एक दिन धरा को समर्पित कर के अपने दायित्वों का समापन नहीं कर सकते हमें बहुत उचित कदम उठा कर धरती के कष्टों का निवारण करना होगा इसी में समस्त मानवता की भलाई है। एस एस मास्टर सुनील कुमार ने  ने कहा कि हम अपनी जीवनशैली में थोड़ा सा ही बदलाव करके पृथ्वी पर जीवन को और बेहतर बना सकते है। पृथ्वी पर रहने वाले प्रत्येक मनुष्य को कम से कम एक पेड़ अवश्य लगाना चाहिए और पानी का सिमित उपयोग करना चाहिए और तीसरी बात हमें आवश्यकता पड़ने पर ही ऊर्जा का उपयोग करना चाहिए। 
इन सब मुख्य बातों के अलावा पोलीथीन का कम से कम उपयोग, जल संरक्षण, फसलो पर कीटनाशकों का छिडकाव कम कर के कार्बनिक और जैविक विधि को अपनाना होगा नहीं तो वो दिन दूर नहीं जब हम जीवनदायनी पृथ्वी को खो देंगे।
विज्ञान अध्यापक दर्शन लाल ने बताया कि इस अवसर पर पेंटिंग प्रतियोगिता, नारा लेखन प्रतियोगिता आयोजित करवाई गयी और नाटक का मंचन भी किया। इस अवसर पर जसविंदर कौर, लवलीन, सुनीता, भगवती शर्मा, रीना, मीना, पवन, पवन सचदेवा, सुनील, परदीप, संदीप कुमार, धर्मेन्द्र, रणजीत, संजीव अध्यापको ने सहयोग किया। 
द्वारा दर्शन लाल बवेजा विज्ञान अध्यापक  
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