शुक्रवार, 28 अगस्त 2015

मुख्यशिक्षिका संतोष कुमारी सेवानिवृत्त हुई Head Teacher

सबसे बड़ी राष्ट्र सेवा का कार्य है बच्चों को शिक्षित करना : श्री श्याम सिंह राणा

अध्यापक सौभाग्यशाली है कि उस को राष्ट्र की सेवा का सबसे अधिक मौका मिलाता है इस लिए उसे इस अवसर को चूकना नहीं चाहिए और इस अवसर का लाभ उठाते हुए बालको को उत्तम शिक्षा देकर बेहतरीन नागरिक बनाना चाहिए यह शब्द रादौर के विधायक श्री श्याम सिंह राणा ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलाहर की मुख्यशिक्षिका संतोष कुमारी की सेवानिवृत्ति के अवसर पर अध्यापको को संबोधित करते हुए कहे।
उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट्र की तरक्की वहां की सुशिक्षित जनता पर निर्भर करती है क्योंकि शिक्षा ही अपना, देश व समाज का भला बुरा सोचने की शक्ति प्रदान करती है इसलिए अभिभावकों को चाहिए की वो अध्यापको का पूर्ण सहयोग करें और अपने बच्चों को विद्यालय भेज कर देश की तरक्की में अपना योगदान देवें।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलाहर के प्रधानाचार्य नरेंद्र धींगड़ा ने बताया कि मुख्यशिक्षिका संतोष कुमारी ने प्राथमिक विद्यालय के बच्चों के लिए पांच किलोवाट का एक जनरेटर उपहार में दिया है जिसके लिए वो खुद व सभी अध्यापक उनके आभारी हैं।
आज के कार्क्रम का मंच संचालन प्रवक्ता रविंदर कुमार सैनी ने किया व इस अवसर पर विद्यालय के अध्यापक दर्शन लाल, संतोष कुमारी, रविंदर सैनी, सुनीता काम्बोज, संजय गौतम, सुनील काम्बोज, मनोहर लाल, नित्यानंद, गोपाल शास्त्री ने भी संबोधित किया।
प्रस्तुती : दर्शन लाल बवेजा, विज्ञान अध्यापक रावमावि अलाहर

बाइसाईकल पाकर खुशी से झूम उठे छात्र छात्राएं Bicycles Distributed

बाइसाईकल पाकर खुशी से झूम उठे छात्र छात्राएं
सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत बांटी गयी साइकलें राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलाहर में शिक्षा विभाग के सर्व शिक्षा अभियान की योजना के अंतर्गत दो किलोमीटर से अधिक दूरी से स्कूल आने वाली छात्राओं को व छात्रों को निशुल्क साइकलें वितरित की गयी इस अवसर पर अलाहर ग्राम पंचायत के सरपंच महिंद्र पाल सिंह, एस एम डी सी के प्रधान राजकुमार व विद्यालय के प्रधानाचार्य नरेंद्र ढींगड़ा ने बच्चों को यह सायकिले अपने हाथों से वितरित की, सायकिले प्राप्त करने पर बच्चों को बहुत प्रसन्नता हुई। बालिकाओं को शिक्षा के प्रति प्रेरित करने के लिए और उन्हें स्वावलंबी बनाने के उद्देश्य से सरकार द्वारा चलाई गयी योजना के अंतर्गत बहुत सी कल्याणकारी योजनायें शुरू की गयी हैं जिन का पूरा पूरा लाभ समय पर विद्यार्थियों को दे दिया जाता है जिस कारण क्षेत्र के बच्चों में शिक्षा के प्रति रूचि बढ़ी हैं। इस अवसर पर विद्यालय के अध्यापक दर्शन लाल, रविंदर सैनी, लवलीन कौर, जसविन्द्र कौर, प्रदीप धीमान, धर्मेन्द्र सिंह, संदीप कुमार, संजय गौतम, सुनील काम्बोज, धर्मेंदर सिंह, मुनीश शर्मा भी उपस्थित रहे।
प्रस्तुती : दर्शन लाल बवेजा, विज्ञान अध्यापक रावमावि अलाहर

मीठे जल की छबील Chhbeel

 ठंडे मीठे जल की छबील लगाई गई
अलाहर के राजकीय विद्यालय में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलाहर में आज छबील का आयोजन किया जिस में बच्चों को ठंडा व मीठा शरबत पिलाया गया, छबील का शुभारम्भ प्रधानाचार्य नरेंद्र कुमार ने किया, उन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि जब वो स्कूल में पढ़ते थे तब सब बच्चे अपनी  पॉकेट मनी बचाकर छबील लगाते थे तो उन को बहुत खुशी मिलती थी। विद्यालय में इस छबील का आयोजन राजनीति शास्त्र के प्रवक्ता रविंदर सिंह व अध्यापिका गणित लवलीन कौर ने किया।
विज्ञान अध्यापक दर्शन लाल ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा की इन दिनों गर्मी से मानव ही नहीं बल्कि पेड़-पौधे और पशु पक्षियों का बुरी हाल हुआ पड़ा है। उपर से उमस ने भी जीना दूभर किया हुआ है, तापमान बहुत अधिक है। ऐसे में इस प्राकृतिक प्रकोप से बचने के लिए मनुष्य अपनी यथासंभव इंसानियत को प्रकट कर रहा है और जगह जगह पीने के पानी और भोजन की व्यवस्था कर रहा है जिस से मानव की यह सेवा भावना राहगीरों व जरूरतमंदों के काम आ रही है। विद्यालय के अध्यापक दर्शन लाल, संजय गौतम, रविंदर सैनी, लवलीन कौर, जसविन्द्र कौर, प्रदीप धीमान, धर्मेन्द्र सिंह, संदीप कुमार ने सहयोग दिया।
प्रस्तुती : दर्शन लाल बवेजा, विज्ञान अध्यापक रावमावि अलाहर


सोमवार, 24 अगस्त 2015

योग एवं व्ययाम सीखा Yoga Training in School

अलाहर के राजकीय विद्यालय के विद्यार्थियों ने योग एवं व्ययाम सीखा   

कक्षा तत्परता कार्यक्रम में सभी विषयों के साथ योग, खेलकूद, दस्तकारी व सामान्य ज्ञान में भी  रूचि ले रहे हैं विद्यार्थी 
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलाहर में शिक्षा विभाग द्वारा चलाये गए सी आर पी कार्यक्रम के दौरान आज विद्यार्थियों ने योग एवं व्ययाम सीखा, विद्यालय में विशेष रूप से आमंत्रित योग विशेषज्ञ अनिल कुमार व विद्यालय के अध्यापक सुनील काम्बोज, दर्शन लाल, प्रदीप धीमान व संजीव कुमार ने बच्चों को योग का प्रशिक्षण दिया विद्यालय के प्रधानाचार्य नरेंद्र कुमार ढींगड़ा ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि तंदरुस्ती हजार नियामत है इस लिए हमे खुद को तंदरुस्त रखना चाहिये जिसके लिए हमे अपनी दिनचर्या में योग व्ययाम व प्रात कालीन सैर जरूर करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वह विद्यालय के बच्चों व अध्यापको के प्रयासों की सराहना करते हैं की वो बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रयासरत हैं।
आज बच्चों को आलोम विलोम, कपालभाती, प्राणायाम, सूर्यनमस्कार, सर्वांगासन, हलासन, चक्रासन, वज्रासन, पश्चिमोतासन, धनुरासन करने सिखाये गए।
विद्यालय के अध्यापक दर्शन लाल, संजय गौतम, रविंदर सैनी, लवलीन कौर, जसविन्द्र कौर, प्रदीप धीमान, धर्मेन्द्र सिंह, संदीप कुमार विद्यालय में बच्चों को खेल खेल में विज्ञान, मेहंदी लगाओ प्रतियोगिता, पर्यावरण व कन्या भ्रूण हत्या व  अन्य सामाजिक बुराइयों पर जागरूकता कार्यक्रम, कम लागत से विज्ञान माडल, खो-खो व पीटी-योगा अभ्यास, गणित, कम्प्यूटर, सामान्यज्ञान व विज्ञान प्रश्नोत्तरी, विज्ञान पजल्स, प्रकृति भ्रमण, कोलाज मेकिंग, क्ले मोडलिंग, बैंकिग व पोस्टल कार्यप्रणाली का ज्ञान, कविता रचना व कविता पाठ, नाटक, रोल प्ले, जागरूकता रैलियाँ, आपदा प्रबंधन व प्राथमिक चिकित्सा बाक्स आदि गतिविधियां करवा कर शिक्षण-अधिगम को बहुत रुचिकर तरीके से अंजाम दे रहे हैं।
अखबारों में

प्रस्तुती : दर्शन लाल बवेजा, विज्ञान अध्यापक रवमावि अलाहर   

आपदा प्रबंधन के गुर सीखे विद्यार्थियों ने Disaster Management Training in School

आपदा प्रबंधन के गुर सीखे विद्यार्थियों ने Disaster Management Training in School
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलाहर में विद्यार्थियों को आपदाओं के बारे में बताया गया और उन्हें आपदा प्रबंधन बारे टिप्स दिए गए, शिक्षा विभाग द्वारा चलाये गए सी आर पी कार्यक्रम के दौरान विभिन्न जीवनोपयोगी गतिविधियों के अंतर्गत प्राकृतिक मानव-जनित आपदाओं का ज्ञान दिया गया जिस में बच्चों ने बहुत रूचि दिखाई। इस जागरूकता सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ विद्यालय के प्रधानाचार्य नरेंद्र कुमार धींगड़ा ने किया। सीआरपी के तहत यह आपदा प्रबंधन कार्यक्रम कईं दिन तक चलेगा बालको को हर रोज विभिन्न आपदाओं के बारे में बताया जाएगा और इससे बचाव के तरीके भी बताये जायेंगे ताकि ऐसी कोई स्थिति आये तो बच्चे अपनी जान बचा सकें और साथ ही दूसरो की भी मदद कर सकें।
आपदा के विभिन्न प्रकार
विद्यालय के विज्ञान अध्यापक दर्शन लाल ने विद्यार्थियों को विभिन्न आपदाओं के बारे में बताया और कहा की केदारनाथ के बाद नेपाल की आपदा ने एक बार फिर बता दिया है कि प्रकृति की मार सबसे भयंकर होती है ऐसे में जरूरी हो जाता है कि हम आपदा आने पर हम किस प्रकार बच सके और दूसरों की भी जान बचा सके। आपदा प्रबंधन के द्वारा ही हम यह सब जान सकते है। बवेजा ने बताया की आपदा एक असामान्य घटना है जो थोड़े ही समय के लिए आती है और अपने विनाश के चिन्ह लंबे समय के लिए छोड़ जाती है। प्राकृतिक आपदा को परिभाषित करते हुए कहा जा सकता है कि एक ऐसी प्राकृतिक घटना जिस में एक हज़ार से लेकर दस लाख लोग तक प्रभावित हों और उनका जीवन खतरे में हो तो वो प्राकृतिक आपदा कहलाती है प्राकृतिक आपदाएं मनुष्य व अन्य जीवों को बहुत प्रभावित करती है।
प्राकृतिक आपदा के हैं कई रूप
हरिकेन, सुनामी, सूखा, बाड़, टायफून, बवंडर, चक्रवात सब मौसम से सम्बन्धित प्राकृतिक आपदाएं हैं। भूस्खलन और हिमघाव ऐसी प्राकृतिक आपदा हैं जिस में स्थलाकृति बदल जाती है। भूकम्प टेक्टोनिक प्लेट विवर्तनिकी के कारण और ज़्वालामुखी के कारण अग्निकांड, दावानल आदि आते हैं। टिड्डीदल का हमला, कीटो के प्रकोप को भी प्राकृतिक आपदा माना गया है। मानवकृत आपदा के बारे में भी बताया गया की मानवीय दखल से नित नए नए प्रकार की आपदाओं से मनुष्य को दो चार होना पड़ रहा है जिनमे से पर्यावरणीय आपदा वैश्विक ऊष्मन और वैश्विक शीतलन जैसी नयी मुसीबते मुहँ खोले खड़ी हैं।
आपदा प्रबंधन कैसे करें?
बवेजा ने बताया की हमारे स्कूली पाठ्यक्रम में ऐसा कोई ख़ास इंतजाम नहीं है की बालक पाठ्यक्रम से आपदा प्रबंधन सीख सकें फिर भी अध्यापक बच्चों को आपदा के समय, पहले व बाद के इंतजामात बारे बताते हैं जिसमे बाड़, भूकंप और अतिवृष्टि से होने वाले नुकसानों से बचने के उपाय बताये गए। बालको को इस बारे प्रशिक्षित भी किया गया यह गतिविधि पूरे सप्ताह चलेगी जिस में बच्चों को प्राथमिक चिकित्सा का भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। बच्चों को आपदा प्रबंधन से सम्बंधित वीडियो एनिमेशन फिल्मे भी दिखाई जायेंगी जिन के द्वारा बच्चे व अध्यापक सीखेंगे। कार्यक्रम में संजय गौतम, सुनील काम्बोज, रविंदर सैनी, लवलीन कौर, जसविन्द्र कौर, प्रदीप धीमान, धर्मेन्द्र सिंह, संदीप कुमार, मनीष कुमार शर्मा, पवन सचदेवा, भगवती शर्मा, रीना काम्बोज सहित विद्यालय के बच्चों इतेश, गौरव, सुमित, वंशिका, रजनीश, महक, नैन्सी, दिव्या, ज्योति, अरुण, संतोष, सूर्या, गगन, हिमांशु, अनिकेत, अंशुल, आकाश, साहिल, प्रीती, साक्षी ने भाग लिया।
अख़बारों में

प्रस्तुती : दर्शन लाल बवेजा, विज्ञान अध्यापक रवमावि अलाहर