वृक्षारोपण किया गया Tree Plantation
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श्री संजय शर्मा द्वारा पीपल का पौधा लगाया गया |
आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलाहर मे वृक्षारोपण किया गया इस अवसर पर इको कल्ब सदस्यों द्वारा 'त्रिवेणी' लगाई गई तथा सभी से पर्यावरण संरक्षण की अपील की गई 'त्रिवेणी' मे पीपल,नीम और बरगद के पेड़ लगाए गए.
इस अवसर पर विद्यालय के इंचार्ज प्रिंसिपल प्रवक्ता श्री संजय शर्मा ने विद्यार्थियों से कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को जीवन काल में कम से कम पांच पौधे अवश्य लगाना चाहिए और उनकी जिम्मेवारी तब तक लेनी चाहिए तब तक कि वह वृक्ष न बन जाएं.
इको कल्ब प्रभारी विज्ञान अध्यापक दर्शन लाल ने कहा कि मनुष्य ना जाने कितने दानपुण्य के कार्य करता है परन्तु वह यह नहीं जनता कि एक ऐसा दानपुण्य भी है जिस के अंतर्गत हम यदि प्रतिवर्ष एक पौधा लगाएं और उस को पेड़ बनने तक पहुंचा दे तो उसके प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष लाभ का हिसाब नहीं लगाया जा सकता वो इतना अधिक होता है.
पंडित नित्यानंद शर्मा ने बताया कि पीपल वृक्ष की महिमा को विज्ञान भी स्वीकार करता है। पीपल ही एकमात्र ऐसा वृक्ष है, जिसमें किसी भी प्रकार के कीड़े नहीं लगते हैं। यह वृक्ष सबसे ज्यादा जीवन दायनी गैस ऑक्सिजन को छोड़ता है. भगवान बुद्ध को पीपल के नीचे तपस्या करने के बाद बोध-ज्ञान प्राप्त हुआ था. श्रीमद भगवत गीता के अध्याय 10, श्लोक 26 में भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है- अश्वत्थ: सर्व वृक्षाणी, अर्थात वृक्षों में श्रेष्ठ पीपल है.
पंडित गोपाल दास शास्त्री जी ने बताया कि पुराणों में यह भी बताया गया है कि जिस दम्पत्ति पुत्र नहीं हैं, उनके लिए वृक्ष ही पुत्र हैं. वृक्षारोपण करने वाले व्यक्ति के लौकिक-पारलौकिक कर्म वृक्ष ही करते रहते हैं और उसे स्वर्ग प्रदान करते हैं. एक स्थान पर लिखा है कि यदि कोई अश्वत्थ: (पीपल) वृक्ष लगाता है तो वही उसके लिए एक लाख पुत्रों से भी बढ़कर है.
मुकेश रोहिल ने बच्चों को बताया कि सराय या पियाऊ भी जनसेवा के काम है परन्तु वो कभी बंद हो सकते हैं और टूट भी सकते हैं परन्तु मार्ग मे लगाया गया एक भी छायादार वृक्ष सदा सदा पथिको को छाया फल फूल प्रदान करता रहेगा.
इस अवसर पर दर्शन लाल, मुकेश रोहिल, सुनील कुमार, राम नाथ बंसल, मनोहर लाल, संजीव कुमार, नित्यानंद शर्मा, गोपाल दास आदि ने पौधरोपण किया.
अखबारों मे भी .....
दैनिक भास्कर 04-09-2011
अमर उजाला अखबार 04-09-2011
प्रस्तुति:- इमली इको क्लब रा.व.मा.वि.अलाहर,जिला यमुना नगर हरियाणा
द्वारा--दर्शन लाल बवेजा(विज्ञान अध्यापक)