शनिवार, 15 अक्तूबर 2011

विश्व खाद्य दिवस World food day

विश्व खाद्य दिवस World food day 
विश्व खाद्य दिवस World food day 
आज रा.व.मा.वि. अलाहर में विश्व खाद्य दिवस २०११ के अवसर पर एक विचार गोष्टी का आयोजन किया गया जिस में इको क्लब के सदस्यों को विश्व खाद्य दिवस के बारे में बताया गया यह दिन पूरे विश्व में इस लिए मनाया जाता है ताकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दुनिया में भूख के खिलाफ लड़ाई में किए गए प्रयासों को जाना जा सके इस साल संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) की पहल पर दुनिया भर में विश्व खाद्य दिवस के मौके पर बढ़ती खाद्य कीमतों को मुख्य विषय बनाया गया है।
इस अवसर पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया इस गोष्ठी में समाजसेवी हुकुम सिंह चौहान,अध्यापक,प्राध्यापकों ने अपने विचार सांझा किये हुकुम सिंह चौहान ने बच्चों को बताया गया कि वो अपनी थाली में उतना ही भोजन लें जितना वो खा सकते हैं जूठन के रूप में भोजन बर्बाद ना करने की शपथ दिलवाई गयी। 
दर्शन लाल विज्ञान अध्यापक ने बताया  कि हमारे देश में ही नहीं बल्कि वैश्विक स्तर पर आबादी खाद्य पदार्थो के अनियमित बटंवारे से जूझ रही है  एक अरब से भी अधिक वैश्विक आबादी दैनिक आधार पर भूखी है और चौकाने की हद तक आबादी कुपोषण का शिकार है। 
अर्थशास्त्र  प्रवक्ता संजय शर्मा ने कहा की आर्थिक मंदी की मार के कारण पूरी दुनिया त्रसित है जिस कारण महंगाई बेकाबू हो रही है जमाखोरी और ज्यादा मांग कीमतों को टिकने नहीं दे रही हैं इसीलिए यह मुद्दा वैश्विक स्तर पर गंभीर चिंता और बहस का विषय बन गया है।
प्रधानाचार्य साहिब सिंह ने कहा कि सत्तर के दशक से सन 2००० तक अनाज की कीमते इतनी तेज़ी से नहीं बढ़ी जितनी कि गत ५-६ वर्षों में बढ़ी हैं इस कारण रोटी तक भी गरीब की पहुँच मुश्किल होती जा रही है। 
इस अवसर पर सभी स्टाफ सदस्य और इको क्लब सदस्य मौजूद थे। 

अमर उजाला अखबार मे 
प्रस्तुति:- ईमली इको क्लब रा.व.मा.वि.अलाहर जिला,यमुना नगर हरियाणा  
द्वारा--दर्शन लाल बवेजा(विज्ञान अध्यापक)     

1 टिप्पणी:

बेनामी ने कहा…

सफेद बालों को भी काला कर सकता है नीम ...


नीम को एक ऐसे पेड़ के रूप में पेश किया जा रहा है, जो डायबिटीज से लेकर एड्स, कैंसर और न जाने किस-किस तरह की बीमारियों का इलाज कर सकता है। दाद वाली जगहों पर लगाएं, कुछ ही दिनों में दाद का काम तमाम हो जाएगा।अस्थमा के मरीज को नीम के बीजों का तेल पान में डालकर चबाना चाहिए। पथरी होने पर पानी के साथ नीम की पत्तियों की राख नियमित लेने से पथरी गल कर बाहर निकल जाती है।

नीम के फूलों का सेवन करने से कफ नष्ट होता है। नीम की छाल से खांसी, बवासीर आदि रोग दूर होते हैं। शरीर पर सफेद दाग होने पर नीम के फूल, फल तथा पत्तियों को मिलाकर बारीक पीस लें। इसे पानी में मिलाकर पीने से लाभ पहुंचता है। नीम की कच्ची निबोरी के सेवन से पेट के कीड़े, बवासीर व कोढ आदि रोग दूर होते हैं। खाने में अरूचि होने पर नीम के पत्तों का सेवन लाभप्रद है।

यही नहीं, नीम के हरे पत्तों का रस नाक में टपकाने से सिर का दर्द दूर होता है और कान में टपकाने से कान की पीड़ा में आराम मिलता है। जबकि मीठी नीम के सूखे गीले पत्ते कढ़ी में छोंक लगाने तथा दाल को मजेदार बनाने के काम आते हैं। इनको चने के बेसन में मिलाकर पकोड़ी भी बनाई जाती है। नीम के तेल से मालिश करने से विभिन्न प्रकार के चर्म रोग ठीक हो जाते हैं। नीम की पत्तियों को उबालकर और पानी ठंडा करके नहाया जाए तो उससे भी बहुत फायदा होता है।

घाव नीम के पत्तों को पीसकर थोड़ा शहद मिलाकर घाव पर इसका लेप करने से लाभ होता है। प्रतिदिन नीम की दातुन करने से दांतों में सडऩ, दुर्गंध व कीटाणु नहीं रहते हैं।सिर की रूसी समाप्त करने के लिए नीम के पत्तों का काढ़ा बनाकर सिर धोना चाहिए। सफेद बाल काले करने के लिए नीम के तेल की कुछ बूंदें नासिका छिद्रों में टपकाने से सफेद बाल काले हो जाते हैं।