बुधवार, 21 दिसंबर 2011

अर्थ एक्सपेरीमेंट: आओ पृथ्वी की परिधि नापें Earth Experiment


अर्थ एक्सपेरीमेंट: आओ पृथ्वी की परिधि नापें Earth Experiment
सी. वी. रमण विज्ञान क्लब के सदस्य और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलाहर के इमली इको क्लब के विद्यार्थी २१और२२ दिसम्बर को पृथ्वी की परिधि नापने का प्रयोग करेंगे  । 
सी. वी. रमण विज्ञान क्लब के सहयोग से स्कूल के छात्रों ने सम्बन्धित उपकरण तैयार कर लिए हैं ।
इस प्रयोग को अर्थ एक्सपेरीमेंट के नाम से जाना जाता है ।
अर्थ एक्सपेरीमेंट
पृथ्वी की परिधि नापने का यह प्रयोग पूरे विश्व में साल में चार दिनों में ही किया जाता है क्यूंकि इस खास दिनों में ही सूर्य भूमध्य रेखा,मकर रेखा और कर्क रेखा पर रहता है ये दिन विषुव औरग्रीष्मकालीन अयनांत और शीत अयनांत कहलाते हैं।
२२ दिसम्बर को शीत अयनांत यानी विंटर साल्सिटस होता है इस दिन ११ बजे प्रातः से १ बजे अपराह्न तक अलाहर स्कूल के विद्यार्थी विश्व के कईं देशों के बच्चों के साथ मिल कर यह प्रयोग करेंगे जिसके परिणामों के तुलनात्मक अध्ययन से पृथ्वी की परिधि पता चलेगी ।
पहले भी यह प्रयोग किया जा चुका है देखें
बड़ी करके देखें 
विज्ञान अध्यापक दर्शन लाल ने बताया कि पृथ्वी के सूर्य की परिक्रमा करने के दौरान एक वर्ष में दो बार ऐसी स्तिथि आती है जब २१ जून सबसे लंबा दिन और २२ दिसम्बर को सबसे लंबी रात होती है इस खगोलीय घटना को ग्रीष्मकालीन अयनांत और शीत अयनांत कहते हैं।
शीत अयनांत (विंटर साल्सिटस) २२ दिसम्बर की रात को सबसे लंबा बना देगा साल्सिटस लैटिन भाषा का शब्द है जिसे दो भागो में बाँट कर  देखा जाए तो सोल जिस का अर्थ है सूर्य और और दुसरा भाग सिस्टटेरे जिस का अर्थ है जस का तस खड़ा होना शीत अयनांत वह दिन है जब पृथ्वी के  दक्षिणी गोलार्ध का उसकी धुरी की और झुकाव अधिकतम होता है जिसके परिणाम स्वरूप उत्तरी गोलार्ध में भयंकर सर्दी होती है और उस दिन की रात्री वर्ष की सब से लंबी रात होती है जो कि गुरूवार को १३ घंटे व २३ मिनट की रात रहेगी जबकि दिन १०  घंटे व ३७ मिनट का होगा।
२२ दिसम्बर को जब सूर्य दोपहर को मकर रेखा के उपर होगा तब यह दो घंटे की अवधि अर्थ एक्सपेरीमेंट करने की सबसे उत्तम अवधि होगी अलाहर स्कूल के व सी. वी. रमण विज्ञान क्लब के सदस्य ६० विद्यार्थी १० समूहों में इस प्रयोग को करेंगे प्रत्येक ४ मिनट के अंतराल पर अपने उपकरण के दंड की परछाई नाप कर नोट करेंगे और फिर इन गणनाओं को अन्य देशों फ्रांसब्रिटेनयु.एस.ए.मलेशियाथाईलैंडमिस्रकनाडाजर्मनी के बच्चों की गणनाओं के साथ मिला कर प्राचीन रोमन विधि से गणितीय सूत्रों की सहयता से पृथ्वी की परिधि ज्ञात की जायेगी और प्राप्त परिणामों को पृथ्वी की स्टैंडर्ड परिधि ४००७५ किलोमीटर से तुलना करके प्रयोग की प्रमाणिक जांच की जायेगी।
 कार्यशाला का आयोजन
इस प्रयोग के पहले चरण में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस प्रयोग के दूसरे चरण में उपकरणों का निर्माण किया गया।

पूर्वाभ्यास 
इस प्रयोग के तीसरे चरण में पृथ्वी प्रयोग किया जाएगा।
अंतिम चरण में सभी देशों के बच्चे वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये आपसी संवाद स्थापित करेंगे।
कार्यशाला में दर्शन लाल, संजय शर्मामुकेश रोहिल व निशा काम्बोज मुख्य प्रशिक्षक थे।
छाञ जोनी,कपिल,शिवम,मोहित,रजत,मानविंदर,पारस,नमन,जतिन और सक्षम ग्रुप लीडर हैं। 
अमर उजाला में खबर 
प्रस्तुति:- ईमली इको क्लब रा.व.मा.वि.अलाहर जिला,यमुना नगर हरियाणा  
द्वारा--दर्शन लाल बवेजा(विज्ञान अध्यापक)   

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