अलाहर के राजकीय विद्यालय में विश्व कैंसर दिवस पर गोष्ठी का आयोजन
गुटखा, पानमसाला, तम्बाखू और खैनी मुहं और गले के कैंसर का मुख्य कारण
राजकीय
वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलाहर में ईमली ईको क्लब व होमी भाभा विज्ञान क्लब
ने
आज विश्व कैंसर दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बच्चों को कैंसर रोग के इतिहास, कैंसर के प्रकार, इसके फैलने के कारणों एवं कारकों और इससे से बचाव के उपायों पर प्रकाश डाला गया।
आज विश्व कैंसर दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बच्चों को कैंसर रोग के इतिहास, कैंसर के प्रकार, इसके फैलने के कारणों एवं कारकों और इससे से बचाव के उपायों पर प्रकाश डाला गया।
विद्यालय
के प्रधानाचार्य नरेंद्र कुमार ढींगरा ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि
तंदरुस्ती हजार नियामत है इसलिए हमे खुद को उन बुरी खाद्य आदतों से दूर रहना होगा
जो भविष्य में कैंसर रोग के कारण बनते हैं।
विद्यालय
के विज्ञान अध्यापक व होमी भाभा विज्ञान क्लब अलाहर के प्रभारी दर्शन लाल ने
बच्चों को समझाया कि आजकल बच्चे बुरी संगति में पड़ कर और बड़ों को देख कर गुटखा,
खैनी, तम्बाखू, धुम्रपान एवं हुक्का आदि का सेवन करने लगते हैं जिस कारण उनको मुहं
और फेफड़ों के कैंसर हो जाने का ख़तरा बढ़ जाता है।
विश्व
की भयानक बीमारियों में गिनी जाने वाली यह बीमारी हर वर्ष बढ़ती ही जा रही है और
लाखों लोगों को अपनी चपेट में ले रही हैं। कैंसर रोग वास्तव में शरीर में कोशिकाओं के समूह की अनियंत्रित वृद्धि को कहते
हैं, फिर ये कोशिकाएं उत्तकों को प्रभावित करती हैं तब कैंसर शरीर के अन्य हिस्सों
में फैल जाता है। कैंसर किसी भी आयु में हो सकता है। कैंसर का उचित समय पर पता ना
लगे और उसका इलाज ना हो तो इससे जान जाने का खतरा बढ़ जाता है। कैंसर के प्रकार में
मुख्यतः स्तन कैंसर, मुख कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, मस्तिष्क कैंसर, हड्डी में कैंसर, मूत्राशय का कैंसर, अमाशय का कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, गर्भाशय कैंसर, गुर्दों में कैंसर, फेफड़ों का कैंसर, त्वचा कैंसर, रक्त कैंसर, पेट का कैंसर, थायरॉड कैंसर, गले का कैंसर अदि होते हैं। उचित
खानपान, व्यसनों से दूरी, प्रदुषण व कीटनाशक नाशक रसायनों से बचाव, व्यायाम, फलों
और सब्जियों की मात्रा बढ़ाकर कैंसर से बचा जा सकता है
इस
अवसर पर रविंदर सैनी, लवलीन कौर, जसविन्द्र कौर, प्रदीप धीमान, संदीप कुमार, मनीष
शर्मा मौजूद रहे।
अखबार में