सोमवार, 14 जनवरी 2019

प्रगतिशील किसान धर्मबीर काम्बोज से मुलाकात Meeting with a Progressive farmer Dharmbir Kamboj

श्री धर्मबीर काम्बोज
 योग्यता कभी शिक्षा की मोहताज नहीं होती। शिक्षा जहां एक तरफ मनुष्य के लिए आवश्यक है वहीं यदि मनुष्य हुनरमंद है तो वह भी समाज में अपना एक उच्च स्थान बना सकता है। इस बात को सच करते हुए हरियाणा राज्य के जिले यमुनानगर के गांव दामला में रहने वाले श्री धर्मवीर कंबोज ने राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। प्रगतिशील कृषक के रूप के रूप में पहचाने जाने वाले श्री धर्मवीर कंबोज ने अपने जीवन काल में में बहुत कठिनाइयों का सामना किया लेकिन अंततः वह कामयाब हुए।
वर्कशॉप
आज उनके द्वारा बनाई गई 'बहुद्देशीय खाद्य प्रसंस्करण मशीन' कईं देशों में भी सप्लाई होती है। आज उनके पास 'मल्टीपर्पज फूड प्रोसेसिंग मशीन' बनाने की खुद की एक वर्कशॉप है। कभी खुद रोजगार के लिए देश की राजधानी में मेहनत-मजदूरी करके परिवार का गुजारा चलाने वाले श्री धर्मवीर कंबोज आज 20 से 30 व्यक्तियों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार दे रहे हैं। अप्रत्यक्ष रूप से ना जाने कितने ही किसान उनसे प्रशिक्षण प्राप्त करके अपना स्वयं का रोजगार उत्पन कर रहे हैं। श्री धर्मवीर कंबोज जड़ी बूटियां और गैर परंपरागत कृषि करने के भी विशेषज्ञ है।
जड़ीबूटियों का फार्म
उनका कहना है कि 'किसान को केवल उत्पादन तक सीमित न रहकर बाजार में अपने सामान के साथ खुद उतरना पड़ेगा, तभी हालात बदलेंगे' उन्होंने अपने खेतों में उन्होंने अपने खेतों में घीक्वार (एलोवेरा), स्टीविया, पांच प्रकार की तुलसी, दो प्रकार का लहसुन, स्ट्राबेरी व आँवला, मशरूम सहित अन्य बहुत से औषधीय पौधे भी लगाए हुए हैं।
प्रसंस्करण के बाद उत्पाद
वह उस समय पर जब स्थानीय किसान को कृषि उपज का सही मूल्य नहीं मिलता तो वह उनसे उचित मूल्य पर उनके कृषि उत्पाद खरीद कर उनका प्रसंस्करण करके डिब्बा बंद कर लेते हैं या बहुत से कृषक अपनी उपज को उनसे खाद्य संस्करण मशीन में प्रोसेस करवा लेते हैं। उनका कहना है कि किसानों को खुद का भाग्यविधाता खुद ही बनना होगा क्योंकि खेती और मार्केट को समझने वाला हर आदमी कहता है, खेती में कमाई करनी है तो अनाज नहीं उसको प्रोडक्ट बनाकर बेचो।
तुलसी के भगत
श्री कंबोज की खाद्य प्रसंस्करण मशीन को 'नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन' द्वारा मान्यता प्राप्त है। उनकी पूर्व मशीन में नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन के वैज्ञानिकों द्वारा सुधार करके जो नई मशीन तैयार करवाई है वह 100 प्रकार के कार्य कर लेती है। जिनमें मुख्यत सभी फलों का और सब्जियों का जूस निकालना, एलोवेरा का जूस निकालना, एलोवेरा जेल बनाना, मिक्स फलों का जूस निकालना, फ्रूट जेल/कैंडी बनाना, आँवला का जूस निकालना, आँवला कैंडी बनाना, स्ट्रॉबेरी कैंडी/जैम बनाना, जामुन-पपीता-आम जैसे फलों का संस्करण करना, ब्लैक गार्लिक यानी काला लहसुन बनाना, अदरक का प्रसंस्करण, ड्राई मशरूम, तुलसी का अर्क निकालना, गुलाब का अर्क निकालना व अन्य जिस भी पत्ते फूल या फल का अर्क निकालना हो वह कार्य भी यह मशीन कुशलता पूर्वक कर लेती है।
नव डिज़ाइन वाली मशीन
श्री काम्बोज अपनी मशीन के द्वारा विभिन्न फलों की कैंडी तैयार करते हैं। उनकी वर्कशॉप में जापान, इंग्लैंड, कीनिया, इटली, जिम्बाब्वे व नेपाल इत्यादि देशों से प्रतिनिधि समय समय पर समय पर आते रहते हैं जो उनसे बहुत प्रभावित होते हैं। श्री कंबोज का कहना का कहना है कि देश का किसान सिर्फ उपज उत्पादन करना और फिर उसे मंडियों में ले जाकर ओने ओने पौने दामों में बेचना ही सीखा है। यदि देश का किसान अपनी उपज को प्रोसेस कर ले ले तो उसे 10 से 50 गुना  अधिक मुनाफा सकता है। बहुत से किसान, टमाटर, लहसुन, प्याज, गोभी, मूली, गाजर, आलू जैसी फसलों को सड़कों के किनारे फेंक देता है क्योंकि कभी-कभी उसके पास इतना भी रेट नहीं आता कि वह उन्हें ट्रांसपोर्टेशन खर्च ही निकाल कर मंडियों तक ले जा सके। ऐसी स्थिति में यदि किसान अपनी उपज को प्रोसेस करके डिब्बा बंद करके रख ले तो वह उसे महंगे दामों पर बेच सकता है। उदाहरण के तौर पर श्री कंबोज ने बताया कि यमुनानगर के रादौर क्षेत्र में टमाटर की पैदावार बहुत अधिक होती है और यहां का टमाटर सीधा दिल्ली की मंडी में जाता है। रादौर बेल्ट के मशहूर टमाटर दिल्ली से फिर आगे देश में बहुत दूर-दूर तक जाते हैं। लेकिन बहुत अधिक संख्या में जब किसान टमाटर की खेती करते हैं तो टमाटर का उचित मूल्य नहीं मिल पाता ऐसी स्थिति में बहुत बार में टमाटर की उपज को फेंक देते हैं या खेत में ही हल से जोत देते हैं। उन्होंने अपनी मशीन के द्वारा टमाटर को सुखा (ड्राई) करके दिखाया। 1 किलो ग्राम साबुत टमाटर एक छोटे से जार में आ गए। उन्होंने बताया कि जब टमाटर 60 से 80 रुपये किलोग्राम तक पहुंच जाता है तब यह टमाटर जो 'फूड प्रोसेसिंग मशीन' यूनिट के द्वारा ड्राई करके संरक्षित किया गया है उसका इस्तेमाल किया जा सकता है। इस मशीन द्वारा प्रसंस्करण से टमाटर की गुणवत्ता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता और टमाटर का वही स्वाद आता है। इसी तरह से श्री कंबोज ने अपनी मशीन के द्वारा और भी बहुत सी चीजों को प्रोसेस करके चंद रुपए किलोग्राम के माल को हजारों रुपये किलोग्राम का माल बना दिया।
श्रीमति काम्बोज के साथ
आइए जानते हैं श्री कंबोज जी के जीवन के बारे में, श्री कंबोज गांव में रहने वाले बहुत ही सीधे-साधे व नेक दिल इंसान हैं वह अपने घर आए हुए हर व्यक्ति का पूरा आदर सत्कार करते हैं और उनको बहुत खुशी से अपनी वर्कशॉप, अपनी उपलब्धियां, अपने सर्टिफिकेट, अपनी ट्राफियां दिखाते हैं। अपने परिवार से भी उनकी मुलाकात करवाते हैं फिर वह उनको अपने खेतों की तरफ ले जाते हैं और जो-जो जड़ी-बूटियां उन्होंने उगाई हुई हैं उनके बारे में विस्तार से बताते हैं। श्री काम्बोज के सुपुत्र श्री प्रिंस काम्बोज भी इस कार्य में उनका सहयोग करते हैं। वह वर्कशॉप, मशीनों के आर्डर  व सप्लाई के कार्य को देखते हैं। श्री धर्मवीर कंबोज को पूर्व राष्ट्रपति महामहिम श्रीमती प्रतिभा पाटिल, डॉ एपीजे अब्दुल कलाम, श्री प्रणब मुखर्जी व वर्तमान राष्ट्रपति महामहिम श्री रामनाथ कोविंद द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है। श्री कंबोज राष्ट्रपति भवन में 20 दिन तक महामहिम राष्ट्रपति के मेहमान बनकर भी रह चुके हैं। वह हर वर्ष राष्ट्रपति भवन में लगने वाले इनोवेशन फेस्टिवल मैं अपनी मशीन की डेमोंसट्रेशन करते हैं। अपने द्वारा बनाए गए प्रोडक्ट को प्रदर्शित करते हैं। इसके अलावा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग राष्ट्रीय इन्नोवेशन फाउंडेशन, हनी-बी नेटवर्क, सृष्टि, ज्ञान सहित बहुत से सरकारी ग़ैरसरकरी संस्थानों के साथ जुड़े हुए हैं।
श्री कांबोज हरियाणा के प्रतिष्ठित कृषि विश्वविद्यालय हिसार के बोर्ड के भी सदस्य हैं। श्री धर्मवीर कंबोज एक प्रगतिशील किसान के रूप में पूरे देश में मशहूर हैं। बहुत से राज्यों के कृषि विभाग उनकी सेवाएं समय समय पर लेते रहते हैं। उन्हें अपने राज्यों में आमंत्रित करते हैं और वहां के कृषकों को प्रशिक्षित करवाते हैं। श्री कंबोज देश के लगभग सभी कृषि मेला और इंडस्ट्रियल प्रदर्शनियों में भाग लेने के लिए जाते हैं श्री धर्मवीर कंबोज खुले दिल से किसानों को व बेरोजगार व्यक्तियों को इस मशीन के द्वारा खाद्य प्रसंस्करण करना सिखाते हैं। वास्तव में देखा जाए तो श्री धर्मवीर कंबोज एक जमीन से जुड़े हुए किसान ही हैं जिनमें अभिमान लेश मात्र मात्र भी नहीं है। हमें उनसे मुलाकात करके व उनके जड़ी बूटियों के फार्म में भ्रमण करके बहुत सीखने को मिला। मैं उनका तहेदिल से शुक्रिया करता हूं कि उन्होंने अपना कीमती समय हमें दिया।
दर्शन लाल बवेजा
पर्यावरण प्रेमी विज्ञान अध्यापक

गुरुवार, 6 दिसंबर 2018

तीन दिवसीय इको क्लब मास्टर ट्रेनर्स कार्यशाला 3 days workshop for Eco club master trainers

तीन दिवसीय इको क्लब मास्टर ट्रेनर्स कार्यशाला 3 days workshop for Eco club master trainers
रिपोर्ट: दर्शन लाल बवेजा, जामुन इको क्लब,
राजकीय वमावि कैम्प, यमुनानगर
उद्घाटन सत्र
चंडीगढ़ स्थित राजीव गांधी राष्ट्रीय युवा विकास संस्थान (सेक्टर 12) में 4 से 6 दिसंबर 2018 तक तीन दिवसीय 'स्कूल इको क्लब मास्टर ट्रेनर्स हरियाणा' (नेशलन ग्रीन क्रॉप्स) की एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।  इस कार्यशाला का आयोजन पर्यावरण एवं
डॉ आर के चौहान
जलवायु परिवर्तन विभाग, हरियाणा द्वारा किया गया।  इस कार्यशाला में हरियाणा के सभी 22 जिलों से 2-2 मास्टर ट्रेनर्स का भाग लेना प्रस्तावित था। कार्यशाला का उद्घाटन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के जॉइन्ट डायरेक्टर डॉक्टर श्री आर. के. चौहान ने किया। श्री चौहान ने अपने उद्घाटनीय संबोधन में राज्य भर के विभिन्न जिलों से पधारे मास्टर ट्रेनर्स से आव्हान किया कि 'आओ विद्यालयों में स्थापित इको क्लब्स को पर्यावरण संरक्षण के मजबूत स्तंभ के रूप में एक शक्तिशाली एजेंसी के रूप में तैयार किया जाए', उन्होंने मास्टर ट्रेनर्स से कहा कि वह अपने जिले में विद्यालयों स्थित इको क्लब्स को और अधिक शक्तिशाली बनाने का प्रयास करें ताकि विद्यार्थियों को उनकी इस मौजूदा उम्र में ही पर्यावरण संरक्षण की महत्ता के बारे में पता चल सके। अब क्योंकि पृथ्वी का भविष्य उनके लिए और उनके ही हाथों में है। सभी उपस्थितों को यह भी संदेश दिया कि आपके द्वारा पर्यावरण संरक्षण की शुरुआत घर से ही की जा सकती है। हम सब  मात्र घरेलू कूड़े को ही अलग अलग करके सूखा व गीला में बाँट कर व उसका उचित निपटान करके पर्यावरण संरक्षण में बेहतरीन योगदान कर सकते हैं। श्री चौहान ने यह भी बताया कि आज भारत में पर्यावरण प्रदूषण के आंकड़े, स्वीकार्य मानकों की तुलना में काफी खतरनाक स्थिति पर है। इस स्थिति में हमारी जिम्मेदारी और अधिक बढ़ जाती है। इस सब के लिए विद्यालय के बच्चों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना बेहद जरूरी है और यह जिम्मेदारी आपको दी जाती है कि आप अपने अपने जिले में स्थापित 250 इको क्लब्स के माध्यम से हरियाणा राज्य को पर्यावरण मित्र व हराभरा बनाने में सहयोग करें। श्री चौहान ने कहा कि 'जुनून पैदा करो, मुहिम चलाओ फिर देखो कैसे नहीं बचती  है धरती'
श्री एन के झिंगन
चंडीगढ़ से ही एनवायरमेंट सोसाइटी ऑफ इंडिया के प्रेसिडेंट श्री एन के झिंगन ने प्रशिक्षुओं को शनिवार हमारा पर्यावरण दिवस की गतिविधियों बारे बताया।  साथ ही यह भी बताया कि उनकी सोसायटी ने चंडीगढ़ के सेक्टर-7 में 3000 पौधे लगाए और उनकी शत-प्रतिशत उत्तरजीविता भी सुनिश्चित की। अपने वक्तव्य में उन्होंने घग्गर नदी में चलाए गए स्वच्छता अभियान के बारे में विस्तार से बताया। यह भी बताया कि इस पावन कार्य के लिए उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा परंतु उनके सहयोगियों ने हार नहीं मानी और घग्गर नदी में से तमाम कचरा निकाल कर नदी को साफ करके साबित कर दिया कि दृढ़ निश्चय के आगे पर्यावरण प्रदूषण कहीं नहीं टिक सकता।
डॉ रविन्द्र
चंडीगढ़ स्थित पीजीआई से आमंत्रित रिसोर्स पर्सन डॉ रविंद्र खेवाल ने प्रदूषित जल व सेनिटेशन के बारे में अपने विचार व शोध कार्य को प्रस्तुत किया। डॉ रविन्द्र ने बताया कि विश्व मे बहुत जल्द ही शुद्ध पेयजल की भयंकर कमी होने वाली है। जहाँ हम भारतीय अपने शुद्ध जल के स्रोतों को दूषित करने पर लगे हुए हैं और वहां दूसरी तरफ संयुक्त अरब अमीरात अंटार्टिका से पानी मंगवाने के लिए प्रयास कर रहा है। किसी देश के विकास एवं पर्यावरण जागरूकता का आकलन का आकलन इस बात से किया जाता है कि उस देश में 5 वर्ष से कम बच्चों के जीवित रहने का प्रतिशत कितना है? उन्होंने कहा कि बच्चे यदि अपने हाथों को ही अच्छी तरह धोना सीख जाए तो वह काफी हद तक बीमारियों से बच सकते हैं। उन्होंने बताया कि हमें शुद्ध जल प्राप्त करने के लिए हर हालत में पर्यावरण प्रदूषण को दूर भगाना होगा अन्यथा जल्द ही हम अशुद्ध वायुमंडल के साथ साथ अशुद्ध जल पर भी आ जॉएँगे।
रिसोर्स पर्सन डॉ भाविका शर्मा ने अपने वक्तव्य में विद्यालय के मौजूदा प्रदूषक स्टेटस को बदल कर  'शून्य कचरा विद्यालय' (जीरो वेस्ट स्कूल) बनाने की तैयारियों हेतु प्रशिक्षण दिया। उन्होंने बताया कि सिर्फ हम अपनी कार्यशैली में थोड़ा-थोड़ा परिवर्तन करके ही अपने विद्यालय को 'जीरो वेस्ट स्कूल' बना सकते हैं। डॉ शर्मा ने विद्यालयों में कंपोस्ट बिन लगाने की सलाह दी लगाने की सलाह दी।
डॉ के सुरेश
राजीव गांधी नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर यूथ डेवलपमेंट चंडीगढ़ के कॉर्डिनेटर डॉक्टर के0 शेखर ने अपने वक्तव्य में युवाओं के व्यवहार के संदर्भ के में बहुत से उदाहरण देते हुए देश को उनसे पर्यावरण संरक्षण उपेक्षाओं को उजागर किया। उन्होंने कहा कि शायद ही कोई युवा अपनी मुख्य पसन्दों (मेन पैफरेंसिज) में पर्यावरण संरक्षण को पहला स्थान देता हो। यदि समाज के युवाओं अंदर इस तरह की जागृति आ जाए कि कि युवा अपनी सभी प्राथमिकताओं में पहले स्थान पर पर्यावरण संरक्षण को रखे तो उस दिन इस देश को हरा-भरा और पर्यावरण खुशहाल बनाने से कोई नहीं रोक सकता। डॉ शेखर ने होस्ट संस्थान के बारे में व संस्थान द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमो के बारे में भी विस्तार से बताया।
रिसोर्स पर्सन डॉ रनजीत कौर ने अपने प्रस्तुतीकरण में उपस्थित प्रशिक्षुओं को मेडिशनल प्लांट्स व जियो टैगिंग के बारे में प्रशिक्षित किया। उन्होंने बताया कि हम कोई भी किसी प्रकार की अद्भुत पर्यावरणीय हलचल या परिवर्तन अपने आसपास देखते हैं तो हमें उसे जियो टैगिंग के द्वारा वैश्विक रूप से जरूर बताना चाहिए। उनकी इस गतिविधि से उनके पर्यावरण जागरूक होने का प्रमाण मिलेगा। यह भी हो सकता है कि वो किसी नई वैरायटी या कोई लुप्त प्रायः स्पीशीज का पता लग सके। उन्होंने एंड्रॉयड एप्प व वेब पर गूगल अर्थ पर समसपुर स्कूल की लाइव जियो टैगिंग करके उक्त प्रशिक्षण दिया। डॉ कौर ने बताया कि जियो टैगिंग की अन्य भी बहुत सी एप्स है जिस पर आम आदमी भी अपने द्वारा खोजे गए किसी पेड़ पौधे या वनस्पति को टैग कर सकता है। हमें इस प्रकार की प्रैक्टिस में जरूर शामिल होना चाहिए ताकि हम अपनी विशाल व विलक्षण भारतीय प्राकृतिक संपदा को पहचान सकें व बचा सके।
डॉ राधेश्याम शर्मा
प्रशिक्षण कार्यक्रम के दूसरे दिन विभाग के साइंटिस्ट डॉ राधेश्याम शर्मा ने प्लास्टिक प्रदूषण व उससे बचाव के बारे में प्रशिक्षण दिया। उन्होंने अपने द्वारा किए गए कुछ नवाचारी प्रयोगों का भी जिक्र किया। डॉ शर्मा पानी व भोज्य पदार्थों की पैकिंग में प्लास्टिक के प्रयोग को एकतरफा नकार दिया। उन्होंने विभिन्न प्रकार के प्लास्टिक और से होने वाले कैंसर व अन्य रोगों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि हमें प्लास्टिक को पूरी तरह से ना कहना होगा। उन्होंने प्लास्टिक पेट-बॉटल्स की हानियों के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि हमें ऐसे प्रयास करने चाहिए कि हम प्लास्टिक के स्थान पर अन्य विकल्पों का प्रयोग करें।
श्री नरेश कुमार
विभाग के इको क्लब नोडल अधिकारी श्री नरेश कुमार जी ने बताया कि हमें विद्यालयों में 'सिंगल यूज़ प्लास्टिक एंड पॉलिथीन' को पूर्णतया नकारना होगा/रोकना होगा। उन्होंने बताया कि प्रतिवर्ष हजारों टन पॉलिथीन का प्रयोग बच्चे अपनी कॉपी-किताबों पर जल्द बांधने के लिए कर देते हैं। जबकि अन्य बहुत से वैकल्पिक तरीकों से भी कॉपी-किताबों को बचाया जा सकता है।  इससे बहुत से बेरोजगारों को रोजगार भी मिलेगा जो जिल्दसाजी का काम करते हैं। पहले जमाने जरूरतमंद बच्चे जिल्द चढ़ा कर साल भर का पढ़ाई का खर्चा निकाल लेते थे। आजकल विद्यार्थियों में सिंगल यूज पेनो का प्रयोग का रिवाज़ हैं और फिर इंक खत्म होने पर उन्हें फेंक देते हैं। इन्हें यूज एंड थ्रो पेन कहते हैं। इस प्रकार के पेनों का प्रयोग नहीं करना चाहिए।  जिन पेन्स में फिर से नया रिफिल डाला जा सके ऐसे पेनो का प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने ऐसे बहुत से टिप्स दिए जिससे विद्यालय को 'सिंगल यूज़ प्लास्टिक' से मुक्त किया जा सके। प्रशिक्षुओं ने इस नई जानकारी से बहुत कुछ सीखा। प्रशिक्षुओं ने कहा कि यह वह बातें है जिन पर कभी उनका ध्यान ही नहीं गया कि हम केवल ऐसी प्रैक्टिसिस अपना कर पर्यावरण संरक्षण
में अपना बेहतर योगदान दे सकते हैं।
मैड़म अनया पूनम G
प्रशिक्षण कार्यक्रम के तीसरे दिन विशेष रूप से पधारें मैडम अनया पूनम जी ने अपने ओजस्वी व क्रांतिकारी विचारों से प्रशिक्षुओं को अवगत करवाया, उन्होंने बताया कि हमें अपने देश को फिर से पर्यावरणीय समृद्धि की ओर ले जाने के लिए अथक प्रयास करने होंगे। हमें एक ऐसी चैन बनानी होगी कि हम अच्छी पर्यावरणीय गतिविधियों को एक हाथ से दूसरे हाथ में लेकर आगे बढ़ाएं। हमें अपनी इस चैन में एक भी कमजोर कड़ी की आवश्यकता नहीं है। इसके लिए मजबूत इच्छाशक्ति होनी चाहिये। पर्यावरण संरक्षण, नशा-मुक्ति व नैतिकता का विकास करना केवल किसी एक व्यक्ति का काम नहीं है, इसके लिए सभी को प्रयास करने होंगे अन्यथा हमारा जीना इस धरती पर बहुत मुश्किल हो जाएगा।
मैड़म सोनल ढांडा
डायरेक्टोरेट सेकेंडरी एजुकेशन हरियाणा  पंचकूला से पहुंची इको क्लब नोडल अधिकारी मैडम सोनल ढांडा ने निदेशालय की तरफ से पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों से प्रशिक्षुओं को अवगत कराया। उन्होंने पौधागिरी में लगाए गए पौधों की जियो टैगिंग की ताजा रिपोर्ट प्रस्तुत की और उन्होंने कहा कि हरियाणा में दो लाख चौबीस हजार पौधे रोपे गए।  जिनकी मॉनिटरिंग जियो टैगिंग द्वारा की जाएगी, पौधा लगाने वाले विद्यार्थी को उसकी देखरेख के लिए कुछ वित्तीय सहायता देने का भी प्रयास है जो सीधे उनके खातों में जाएगा। इससे विद्यार्थियों के अंदर पौधा लगाने व उसकी देखरेख करके उसे वृक्ष बनाने की कोशिशें बलवती होगी। मैडम सोनल ने उपस्थित मास्टर ट्रेनर्स को निर्देश दिये कि वह जिले के जो भी पूर्व पेंडिंग उपयोगिता प्रमाण पत्र है उनको जल्द भिजवाए।  डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर स्कीम के द्वारा जो वित्तीय सहायता इको क्लब्स को दी जानी है उसके लिए खाता संख्या संबंधित जानकारी भी उपलब्ध कराएं ताकि इको क्लब्स को दी जाने वाली वित्तीय सहायता सीधे लाभार्थी तक पहुंचाई जा सके।
कार्यक्रम के अंत में प्रशिक्षुओं ने अपने विचार/जिज्ञासाऐं प्रशिक्षकों व अधिकारियों के समक्ष रखी। उन्होंने अपने जिलों में इको क्लब्स द्वारा पर्यावरण संरक्षण के लिए किए गये कार्यों के बारे में सभी उपस्थितों को बताया।
कार्यक्रम के समापन वक्तव्य में फिर से डॉक्टर आर के चौहान जो कि विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर है ने कुछ खास जिम्मेदारियां अध्यापकों को सौंपी कि न्यूनतम तौर पर वे यह कार्य जिले के हर विद्यालय में करवा दें। जिनमें मुख्य थे! स्कूल में इको क्लब के नाम का बोर्ड, बैनर या वॉल राइटिंग अवश्य होनी चाहिये, हर विद्यालय में एक कंपोस्ट पिट अवश्य होनी चाहिये, विद्यालय एनर्जी ऑडिट भी करे जिसका उन्होंने प्रशिक्षण भी दिया। उन्होंने कहा कि विद्यालय को जीरो वेस्ट की ओर ले जाना है। उन्होंने कहा कि स्कूलों में स्वनिर्मित पर्यावरणीय प्रोजेक्ट्स को पूरा करने के लिए वे विभिन्न स्थानीय कंपनियों के सीएसआर भी आमंत्रित कर सकते हैं जिसके लिए विभाग भी उनकी सहायता करेगा। वे इन सीएसआर के द्वारा विद्यालय को पर्यावरणीय सुदृढ़ता प्रदान कर सकते हैं। डॉक्टर चौहान ने हर भविष्य में हर डिस्ट्रिक्ट से सबसे अच्छे इको क्लब चुनने की योजना पर भी प्रकाश डाला और उन्होंने यह भी कहा कि हर जिले में स्कूलों के इको क्लब प्रभारियों को प्रशिक्षित करने के लिए एक-एक कैंप का आयोजन किया जाएगा, जिसके लिए प्रस्ताव शीघ्र मंगवायें जाएंगे। भविष्य में विद्यार्थियों के लिए भी पर्यावरण भ्रमण कराए जाने की योजना है।
कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम संयोजक डॉक्टर राधेश्याम शर्मा ने हरियाणा भर से पधारे सभी मास्टर ट्रेनर्स का धन्यवाद किया।
प्रतिभागिता/सम्मान पत्र
पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ आर के चौहान ने अपने सहयोगीयों के साथ मिलकर सभी प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।
विभिन्न जिलों से आये प्रतिभागी
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में दर्शन लाल बवेजा, दीपक कुमार शर्मा, तरुण गेरा, रविंद्र कुमार, सतबीर सिंह, राजेंद्र अग्निहोत्री, सुरेंद्र कुमार, रोहताश, चित्रा, कृष्णा देवी, अशोक कुमार, आनंद पाल,जसविंदर सिंह, सुरेंद्र सिंह, अशोक कुमार, चंद्र प्रकाश, सुरेंद्र मिगलानी, मोहन लाल मुंजाल, शेर मोहम्मद, सुरेंद्र कुमार, प्रकाशवीर, कुलदीप सिंह, जगबीर सिंह, आनंद वर्मा, अनिल कुमार, शरद पाल सिंह आदि ने जिला मास्टर ट्रेनर्स का  प्रशिक्षण प्राप्त किया।
Darshan Lal Baweja
Science Teacher Cum Science Communicator
Incharge Jamun Eco Club
Secretary C V Raman VIPNET science Club VP-HR 0006 (Platinum category Science club-2017)  Yamuna Nagar
Distt. Coordinator NCSC-DST, Haryana Vigyan Manch Rohtak, Science Blogger,
Master Trainer for Low/Zero Cost Science Experiments, Simple Science Experiments, TLM (Science) Developer
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मंगलवार, 1 मार्च 2016

राष्ट्रीय विज्ञान दिवस National Science Day

राष्ट्रीय विज्ञान दिवस National Science Day
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर ख़ास : दर्शन लाल बवेजा
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित
प्रगतिशील किसान धर्मवीर सिंह ने बच्चों को नवाचारी देशज विज्ञान एवं विज्ञान में नवीन आविष्कारों के बारे संबोधित किया।
धरमबीर सिंह जी के साथ 
अलाहर के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में होमी भाभा विज्ञान क्लब ने  राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कर्यक्रम का शुभारम्भ विद्यालय के प्रधानाचार्य नरेंद्र ढींगरा ने किया। राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर अपने संबोधन में उन्होंने कहा की विज्ञान प्राचीन काल से ही खोजपूर्ण, ज्ञानवर्धक, निर्णायक और भविष्य निर्माणक के रूप में मानव सभ्यता के साथ खड़ा है। विज्ञान सदा से निर्माता है विज्ञान संहारक कदापि नही हो सकता बशर्ते निति नियामको और इसके प्रयोक्ताओं की नीयत साफ़ हो।
विज्ञान पुस्तक प्रदर्शनी 
विज्ञान अध्यापक दर्शन लाल ने अपने संबोधन में कहा की इस वर्ष राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के लिए चर्चा हेतु विषय ‘देश के विकास में वैज्ञानिक मुद्दों को सार्वजनिक प्रोत्साहन देना हो उद्देश्य’ रखा गया है। इस थीम के अंतर्गत बताया कि अब यह सुनिश्चित किया जाना आवश्यक हो जाता है कि विज्ञान का उपयोग मानव जाति के हित में हो। इसके लिए सभी वैज्ञानिक मुद्दों को समाज में प्रोत्साहित करके विश्वस्तरीय वैज्ञानिक समाज बनाने का दृढ़ संकल्प लेना होगा।
विज्ञान पुस्तक प्रदर्शनी 
इस अवसर पर विशेष रूप से आमंत्रित दामला के निवासी राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता व प्रगतिशील किसान धर्मवीर सिंह ने विद्यालय के बाल वैज्ञानिकों के माडलों को देखा व उनको कुछ नया करने के लिए प्रोत्साहित किया। उनकी प्रेरणा से बच्चों ने कागज पर बहुत से इनोवेटिव आइडिया बना कर दिखाए। उन्होंने बच्चों के द्वारा बनाए गए बहुत से नवाचारी विज्ञान माडलों को देखा और सराहा। किसान धर्मवीर सिंह ने बच्चों के साथ इनोवेशन, डिजायनिंग, फंडिंग व पेटेंट आदि बिन्दुओं पर चर्चा कि व सुझाव दिए। 
धरमबीर सिंह जी 
उन्होंने अपनी सफलता की कहानी खुद की ही  ज़ुबानी सुना कर प्रेरित किया और कहा कि आविष्कार कभी भी उच्च शिक्षा का मोहताज नहीं रहा है तुम बस सोचो और काम पर लग जाओ सफलता तुम्हारे कदम चूमेगी।

इस अवसर पर एक विज्ञान पुस्तक व पोस्टर प्रदर्शनी भी लगाई गयी। इस मौके पर दर्शन लाल बवेजा, रविंदर कुमार सैनी, लवलीन कौर, संजीव कुमार, प्रदीप धीमान, संदीप कुमार, जसविन्द्र कौर, मीना काम्बोज, सुनीता काम्बोज, भगवती शर्मा, पवन कुमार, मुनीश शर्मा, रीना रानी उपस्थित रहे।
In News




Darshan Lal Baweja
Science Teacher Cum Science Communicator
Secretary C V Raman Science Club Yamunanagar
Distt. Coordinator NCSC, Haryana Vigyan Manch Rohtak
09416377166
Web Links 

मंगलवार, 16 फ़रवरी 2016

विश्व कैंसर दिवस पर गोष्ठी World Cancer Day

अलाहर के राजकीय विद्यालय में विश्व कैंसर दिवस पर गोष्ठी का आयोजन
गुटखा, पानमसाला, तम्बाखू और खैनी मुहं और गले के कैंसर का मुख्य कारण

राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलाहर में ईमली ईको क्लब व होमी भाभा विज्ञान क्लब ने
आज विश्व कैंसर दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बच्चों को कैंसर रोग के इतिहास, कैंसर के प्रकार, इसके फैलने के कारणों एवं कारकों और इससे से बचाव के उपायों पर प्रकाश डाला गया।
विद्यालय के प्रधानाचार्य नरेंद्र कुमार ढींगरा ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि तंदरुस्ती हजार नियामत है इसलिए हमे खुद को उन बुरी खाद्य आदतों से दूर रहना होगा जो भविष्य में कैंसर रोग के कारण बनते हैं।
विद्यालय के विज्ञान अध्यापक व होमी भाभा विज्ञान क्लब अलाहर के प्रभारी दर्शन लाल ने बच्चों को समझाया कि आजकल बच्चे बुरी संगति में पड़ कर और बड़ों को देख कर गुटखा, खैनी, तम्बाखू, धुम्रपान एवं हुक्का आदि का सेवन करने लगते हैं जिस कारण उनको मुहं और फेफड़ों के कैंसर हो जाने का ख़तरा बढ़ जाता है।
विश्व की भयानक बीमारियों में गिनी जाने वाली यह बीमारी हर वर्ष बढ़ती ही जा रही है और लाखों लोगों को अपनी चपेट में ले रही हैं। कैंसर रोग वास्तव में शरीर में कोशिकाओं के समूह की अनियंत्रित वृद्धि को कहते हैं, फिर ये कोशिकाएं उत्तकों को प्रभावित करती हैं तब कैंसर शरीर के अन्य हिस्सों में फैल जाता है। कैंसर किसी भी आयु में हो सकता है। कैंसर का उचित समय पर पता ना लगे और उसका इलाज ना हो तो इससे जान जाने का खतरा बढ़ जाता है। कैंसर के प्रकार में मुख्यतः स्तन कैंसर, मुख कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, मस्तिष्क कैंसर, हड्डी में कैंसर, मूत्राशय का कैंसर, अमाशय का कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, गर्भाशय कैंसर, गुर्दों में कैंसर, फेफड़ों का कैंसर, त्वचा कैंसर, रक्त कैंसर, पेट का कैंसर, थायरॉड कैंसर, गले का कैंसर अदि होते हैं। उचित खानपान, व्यसनों से दूरी, प्रदुषण व कीटनाशक नाशक रसायनों से बचाव, व्यायाम, फलों और सब्जियों की मात्रा बढ़ाकर कैंसर से बचा जा सकता है  
इस अवसर पर रविंदर सैनी, लवलीन कौर, जसविन्द्र कौर, प्रदीप धीमान, संदीप कुमार, मनीष शर्मा मौजूद रहे।
अखबार में 




गुरुवार, 11 फ़रवरी 2016

बेटियों के जन्मदिन मनाये गए और पीटीएम PTM and Birthday Celebrations

बेटियों के जन्मदिन मनाये गए और पीटीएम का आयोजन हुआ
आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलाहर मे अभिभावक अध्यापक बैठक का आयोजन किया गया। आज ही विद्यालय व गावं की उन सभी बेटियों का जन्मदिन भी मनाया गया जिनका जन्मदिन जनवरी व फरवरी महीने में आता है इस अवसर पर पूरे विद्यालय के बच्चों, ग्राम पंचायत व विद्यालय प्रबंधन समितियों के सदस्यों के लिए प्रीतिभोज का भी आयोजन किया गया। अलाहर  की ग्राम पंचायत के सदस्यों ने सरपंच गोपाल कृष्ण काम्बोज व एसएमसी प्रधान लीना रानी के साथ  शिरकत की और बच्चियों को उनके जन्मदिन पर आशीर्वाद दिया। विद्यालय के लिए और भी खुशी की बात यह रही कि यहाँ के दो भूतपूर्व विद्यार्थी पवन कुमार ग्रामसभा पंच व नेहारानी ब्लाक समिति मेम्बर चुनी गयी है उन को भी सम्मानित किया गया।
अभिभावक अध्यापक बैठक के लिए अभिभावकों ने विद्यालय में आकर सभी विषय अध्यापकों व कक्षा अध्यापको से अपने बच्चों की प्रगति रिपोर्ट बारे मे चर्चा की और अध्यापकों के साथ विद्यालय की प्रगति बारे विचार-विमर्श भी किया 
विद्यालय के प्रधानाचार्य नरेंद्र कुमार ढींगरा ने कहा कि इस प्रकार की बैठके अभिभावकों को अध्यापको से मिलने जुलने का बेहतरीन अवसर प्रदान करती हैं और अभिभावक, अध्यापको से अपने बच्चों के सर्वांगीण विकास के बारे में सलाह करते हैं। अलाहर के नवनिर्वाचित सरपंच गोपाल कृष्ण ने कहा कि बेटियों के जन्मदिन मनाने से समाज में उनका मानसम्मान बढेगा और उन्हें बेटियों की अहमियत के बारे में पता चलेगा।  
विद्यालय की कक्षा आठ के कक्षा अध्यापक दर्शन लाल सहित अन्य सभी कक्षा अध्यापको ने अभिभावकों को उनके बच्चों के मासिक टेस्ट, कक्षा सहगामी गतिविधियों और रुचियों के बारे में अवगत करवाया और सभी अभिभावक बहुत खुश नजर आये।
इस अवसर पर  विद्यालय के अध्यापक रविंदर कुमार, दर्शन लाल, सुनील कुमार, लवलीन कौर, मीना काम्बोज, भगवती शर्मा, मुनीश शर्मा, रीना रानी, संजीव कुमार, प्रदीप कुमार, पवन कुमार सचदेवा, अनिल कुमार काम्बोज, संदीप कुमार, सुनीता कुमारी वरुण काम्बोज उपस्थित रहे। 
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एचआईवी-एड्स जागरूकता अभियान National Youth Day

एचआईवी-एड्स जागरूकता अभियान के द्वारा मनाया राष्ट्रीय युवा दिवस 
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलाहर में  होमी भाभा विज्ञान क्लब राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया गया जिसके उपलक्ष्य में एचआईवी-एड्स जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्घाटन विद्यालय के प्रधानाचार्य नरेंद्र ढ़ीगड़ा ने किया। 
अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि समाज को संक्रमित व्यक्ति का सहयोग करना चाहिए ना की उसका तिरस्कार करना चाहिए इस अवसर पर विद्यालय में पोस्टर बनाओ प्रतियोगिता, निबंध लेखन व वादविवाद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया जिसमे बच्चों ने बड़े ही उत्साह से भाग लिया व एचआईवी-एड्स पर अपने नजरिये को कागज पर उकेरा। बच्चों ने अपने पोस्टरों के माध्यम से यह सन्देश दिया कि एचआईवी-एड्स का उपचार उसके बारे में अधिक से अधिक जानकारी रखने में ही है क्योंकि यह रोग अज्ञानता की दशा में जल्द अपने पैर पसारता है।
इस अवसर पर एक संगोष्ठी का भी आयोजन किया गया जिसमे अध्यापकों ने स्वामी विवेकानंद के जीवन व विश्व को उनके योगदान से परिचित करवाया। विज्ञान अध्यापक दर्शन लाल बवेजा ने इस अवसर पर बालकों को संबधित करते हुए कहा कि आज दुनिया के बहुत से देशों के युवक-युवतियां भयंकर रोग एचआईवी-एड्स की चपेट में आ रहे है, जो की खतरे की घंटी है। इस रोग से बचाव का एकमात्र उपाय इसके प्रति ज्ञान का संचार होना है। जितना हम इस रोग के फैलने के तरीकों से वाकिफ होंगे उतना ही हम सावधान रहेंगे और इस रोग से बचे रहेंगे।
इस अवसर पर विद्यालय के अध्यापक दर्शन लाल, रविंदर सैनी, जसविन्द्र कौर, भगवती शर्मा, पवन कुमार, धर्मेन्द्र सिंह, संदीप कुमार, सुनील काम्बोज, मुनीश शर्मा भी मौजूद थे। 
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मंगलवार, 8 दिसंबर 2015

डेंगू व डायरिया रोग के बारे में जानकारी Dengue and Malaria

डेंगू व डायरिया रोग के बारे में जानकारी Dengue and Malaria 
खतरनाक जीव नन्हा मच्छर करोड़ों को काट कर रोगी बना रहा है
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलाहर में होमी भाभा विज्ञान क्लब के सदस्यों ने आज विशेष बालसभा का आयोजन प्रधानाचार्य श्री नरेंद्र कुमार ढींगड़ा की अध्यक्षता में किया गया जिसमे बच्चों को डेंगू व डायरिया रोग के बारे में जानकारी दी गयी। इसी कार्यक्रम के दौरान एक प्रश्नोत्तरी का भी आयोजन किया गया जिसमे बच्चों से डेंगू व डायरिया रोग के बारे प्रश्न पूछे गए जिनका बच्चों ने बढ़ चढ़ कर जवाब दिया।
विज्ञान अध्यापक दर्शन लाल ने डेंगू ज्वर के फैलने के कारण, लक्षणों व बचाव के उपायों पर प्रकाश डाला। डेंगू बुखार एडीज़ इजिप्टी मच्छरों के काटे जाने से फैलने वाली वाइरल बीमारी है। ये मच्छर इनसानी बस्तियों में खुले और साफ पानी में पैदा होते हैं, ये मच्छर दिन के समय काटते हैं। बरसात के साथ ही डेंगू और मलेरिया का आतंक बढ़ गया है। जैसे-जैसे मनुष्य ने मच्छरजनित रोगों पर काबू पाने के उपाय किए हैं, वैसे-वैसे मच्छर भी दिनोंदिन बलशाली होता जा रहा है। पहले तो बस मलेरिया ही था लेकिन अब तो मच्छर ने और भी रोग मनुष्य की झोली में डाल दिए हैं दो चार  मिलीग्राम से वजन वाले इस खतरनाक जीव ने आज भी मनुष्य का जीना दूभर कर रखा है। दुनियाभर में सबसे खतरनाक जीव नन्हा मच्छर करोड़ों को काट कर रोगी बना रहा है। खुले गटर, गड्ढे पानी भरी होदियां, नालियां और जगह जगह जमा बरसात का पानी,  कूलर, पानी की खुली टंकियां, टायर जैसा अन्य कबाड़ मच्छरों के इस परिवार को बढ़ाता है। डायरिया के बारे में बताते हुए कहा की साफ़ पानी पीना और हाथो को साबुन और पानी से धोना मात्र ही यह सुनिश्चित कर देता है की आपको डायरिया तंग नहीं कर सकता है। प्रधानाचार्य श्री नरेंद्र धींगड़ा ने बालको को स्कूल में जूते और पूरी बाजू की कमीज पहन कर आने और साबुन से हाथ की अनिवार्यता के आदेश दिए।         
मौके पर विद्यालय के अध्यापक दर्शन लाल, लवलीन कौर, जसविन्द्र कौर, मीना काम्बोज, संजीव धौलरा, सुनीता काम्बोज, भगवती शर्मा, रीना रानी, संदीप कुमार, संजय गौतम, सुनील काम्बोज मौजूद रहे। 
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प्रस्तुती : दर्शन लाल बवेजा, विज्ञान अध्यापक रावमावि अलाहर

                         

परीक्षा परिणामों में विद्यालय ने बाज़ी मारी Best Results

नौं विद्यार्थियों की मैरिट के साथ उत्कृष्ट परीक्षा परिणामों में अलाहर के राजकीय विद्यालय ने बाज़ी मारी
बच्चों, अध्यापको व अभिभावकों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी  
प्रधानाचार्य नरेंद्र धींगड़ा परीक्षा 
परिणाम घोषित करते हुए  
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलाहर के विद्यार्थियों ने मैट्रिक व जमा दो परीक्षा में बेहतरीन परिणाम देते हुए उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। विद्यालय के प्रधानाचार्य नरेंद्र धींगड़ा ने परीक्षा परिणाम बारे बताया है की विद्यालय के 9 विद्यार्थियों ने मैरिट हासिल की है जिनमे मंदीप कुमार, मिनल राणा, सुमित कुमार, किरण बाला आहूजा ने चार सौ से अधिक अंक प्राप्त करके स्कूल का व गावं का नाम रोशन किया है बहुत से बच्चों ने हिन्दी, गणित, सामाजिक, अंगरेजी, संस्कृत, ड्राइंग, विज्ञान विषयों में डिक्टीनशन अंक प्राप्त किये हैं। बच्चों ने गणित और विज्ञान विषयों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है गणित में मंदीप कुमार ने स्कूल में सार्वधिक 96 अंक प्राप्त करके प्रथम स्थान प्राप्त किया है और गणित मुश्किल विषय होता है इस धारणा को पलट कर दिखा दिया है। सफल विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों ने विद्यालय में आकर प्रधानाचार्य व अध्यापकों को बधाईयाँ दी। 
मेरिट प्राप्त करने वाले बच्चों
 और अभिभावकों के साथ प्रधानाचार्य 
इस अवसर पर प्रधानाचार्य ने कहा की ये सब बच्चों व अध्यापको की मेहनत का ही फल है कि एक और तो जहां राज्य का सामान्य परीक्षा  परिणाम बहुत कम है फिर भी विद्यालय का परिणाम उस से बहुत अधिक है।
विज्ञान अध्यापक दर्शन लाल व गणित अध्यापक मनीष कुमार शर्मा विज्ञान व गणित विषय में स्कूल के बालको के बेहतरीन प्रदर्शन से बहुत खुश हैं।  विद्यालय के प्रधानाचार्य के साथ विद्यालय के अध्यापकों संजय गौतम, सुनील काम्बोज, मनीष कुमार, दर्शन लाल, संदीप कुमार, रविंदर सैनी, प्रदीप धीमान, जसविंदर कौर, लवलीन कौर, सुनीता काम्बोज, भगवती शर्मा, रीना काम्बोज, मीना काम्बोज, पवन कुमार, पवन सचदेवा, धर्मेन्द्र, रणजीत, संजीव धौलरा, अध्यापको ने सफल बच्चों को उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभ कामनाएं दी है।
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प्रस्तुती : दर्शन लाल बवेजा, विज्ञान अध्यापक, रावमावि अलाहर
    

डाक्टर एपीजे अब्दुल कलाम को बच्चों और अध्यापको ने भावभीनी श्रधांजलि दी Dr APJ Abdul Kalam

बच्चों और अध्यापको ने  डाक्टर कलाम को भावभीनी श्रधांजलि अर्पित की
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलाहर में आज भूतपूर्व राष्ट्रपति और वैज्ञानिक डाक्टर एपीजे अब्दुल कलाम को बच्चों और अध्यापको ने भावभीनी श्रधांजलि दी और श्रद्धा सुमन अर्पित किये। 
प्रातकालीन सभा में बच्चों को डाक्टर कलाम के आकस्मिक निधन की सुचना दी गयी और दो मिनट का मौन रख कर दिवंगत आत्मा के प्रति श्रद्धा व्यक्त की गयी। प्रधानाचार्य नरेंद्र धींगड़ा, प्रवक्ता रविंदर कुमार, संदीप कुमार व विज्ञान अध्यापक दर्शन लाल ने बच्चों को सम्बोधत किया, जिसमें उन्हें डाक्टर कलाम के बचपन से लेकर देश के राष्ट्रपति बनने तक के जीवन परिचय से अवगत करवाया गया उन्होंने बताया कि डाक्टर कलाम का जीवन खुद में एक बहुत बड़ी प्रेरणा है वो प्रेरणा जो ग्रामीण अंचल से शुरू होकर देश के सर्वोच्च पद तक पहुँचने का किस्सा ब्यान करती है देश के हरेक बच्चे को डाक्टर कलाम के जीवन से प्रेरित होकर देश सेवा में अपना योगदान देना चाहिये।
विद्यालय के अध्यापक दर्शन लाल, रविंदर सैनी, लवलीन कौर, जसविन्द्र कौर, मीना काम्बोज, सुनीता काम्बोज, भगवती शर्मा, पवन कुमार, रणजीत सिंह, प्रदीप धीमान, धर्मेन्द्र सिंह, संदीप कुमार, संजय गौतम, सुनील काम्बोज, धर्मेंदर सिंह, मुनीश शर्मा, राजपाल, अजनर सिंह ने भी अपने हाथों से श्रद्धा सुमन अर्पित किये।
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प्रस्तुती : दर्शन लाल बवेजा, विज्ञान अध्यापक रावमावि अलाहर
         
    


शुक्रवार, 28 अगस्त 2015

मुख्यशिक्षिका संतोष कुमारी सेवानिवृत्त हुई Head Teacher

सबसे बड़ी राष्ट्र सेवा का कार्य है बच्चों को शिक्षित करना : श्री श्याम सिंह राणा

अध्यापक सौभाग्यशाली है कि उस को राष्ट्र की सेवा का सबसे अधिक मौका मिलाता है इस लिए उसे इस अवसर को चूकना नहीं चाहिए और इस अवसर का लाभ उठाते हुए बालको को उत्तम शिक्षा देकर बेहतरीन नागरिक बनाना चाहिए यह शब्द रादौर के विधायक श्री श्याम सिंह राणा ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलाहर की मुख्यशिक्षिका संतोष कुमारी की सेवानिवृत्ति के अवसर पर अध्यापको को संबोधित करते हुए कहे।
उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट्र की तरक्की वहां की सुशिक्षित जनता पर निर्भर करती है क्योंकि शिक्षा ही अपना, देश व समाज का भला बुरा सोचने की शक्ति प्रदान करती है इसलिए अभिभावकों को चाहिए की वो अध्यापको का पूर्ण सहयोग करें और अपने बच्चों को विद्यालय भेज कर देश की तरक्की में अपना योगदान देवें।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलाहर के प्रधानाचार्य नरेंद्र धींगड़ा ने बताया कि मुख्यशिक्षिका संतोष कुमारी ने प्राथमिक विद्यालय के बच्चों के लिए पांच किलोवाट का एक जनरेटर उपहार में दिया है जिसके लिए वो खुद व सभी अध्यापक उनके आभारी हैं।
आज के कार्क्रम का मंच संचालन प्रवक्ता रविंदर कुमार सैनी ने किया व इस अवसर पर विद्यालय के अध्यापक दर्शन लाल, संतोष कुमारी, रविंदर सैनी, सुनीता काम्बोज, संजय गौतम, सुनील काम्बोज, मनोहर लाल, नित्यानंद, गोपाल शास्त्री ने भी संबोधित किया।
प्रस्तुती : दर्शन लाल बवेजा, विज्ञान अध्यापक रावमावि अलाहर