मंगलवार, 6 दिसंबर 2011

'पर्यावरण मित्र गोवा इवेंट' के लिए चयन Goa Event participation

'पर्यावरण मित्र गोवा इवेंट' के लिए चयन Goa Event participation
दो साल पहले शुरू की गयी मेहनत का फल आखिर मिल ही गया इमली इको क्लब के दो सदस्यों को 'पर्यावरण मित्र गोवा इवेंट' में भाग लेने के लिए निमंत्रण मिला है.
दो वर्ष पहले लगभग जिले के इको क्लब के मास्टर ट्रेनर के आदेशों के अनुसार क्लब गतिविधियों की विस्तृत रिपोर्ट CEE सेंटर आफ एनवायरमेंट एजुकेशन अहमदाबाद को भजने बारे कहा गया था और फिर CEE के आगामी निर्देशानुसार क्लब की विभिन्न गतिविधियों की मासिक रिपोर्ट मेल के माध्यम से अनवरत भेजी जाती रही.
क्लब की चार अतिमहत्वपूर्ण गतिविधि को 'पर्यावरण मित्र' की राष्ट्रीय वेबसाईट पर स्थान मिला और क्लब  गतिविधि के एक फोटो को भी 'पर्यावरण मित्र' की राष्ट्रीय वेबसाईट पर स्थान मिला.



How to Clean up Ganga Sagar Talav? गंगा सागर को कैसे फिर से स्वच्छ बनाया जाए. इस रिपोर्ट को GREEN TEACHER ग्रीन टीचर के वेबपोर्टल पर एक माह तक सुर्ख़ियों की खबर में रखा गया और यह विस्तृत रिपोर्ट आज भी ग्रीन टीचर के वेबपोर्टल के संग्रह में रखा गया है.
गत वर्ष क्लब सदस्यों ने विद्यालय में वेस्ट वाटर के फैलाव की समस्या देखी और फैसला लिया कि जल पीने के स्थान पर एक सोख्ता गड्ढा बनाया जाए और बनाया भी. इस की भी विस्तृत रिपोर्ट चित्र सहित प्रकाशित हुई.
इन गतिविधियों की रिपोर्ट्स के आधार पर क्लब का चयन 'पर्यावरण मित्र गोवा इवेंट' में भाग लेने के लिए हुआ है. जिसमे  इमली इको क्लब के दो सदस्यों को देश के अन्य 69 स्कूलों के क्लब सदस्यों के साथ गोवा भ्रमण का निमंत्रण प्राप्त हुआ है जो कि विद्यालय,जिले और राज्य के लिए गर्व की बात है.
Dear All,

Congratulation for selection of your school for the Goa event of Paryavaran Mitra. I would like to inform you that 1 teacher and 2 students from each school need to be selected for the event. The cost for these 3 persons would be borne by the organizers (i.e. accommodation, food, internal travel, kits, and TA for train tickets (2nd class sleeper tickets only). Being tourist season it is not possible for us to arrange for any accommodation if additional people come for the programme. Please send us the list of students & the teacher mentioning age & gender ASAP so as to arrange the accommodation accordingly. The Tentative Schedule & FAQs for the events are attached herewith. Schools need to reach there on 11th Dec. (Not before that) and can return back after lunch on 15th Dec, 2011. You are requested to book your tickets accordingly ASAP and send us the travel details.
दिलबाग सिंह

कपिल कुमार
दिलबाग सिंह कक्षा १०+१ और कपिल कुमार कक्षा ८ का चयन सोख्ता खड्डा बनाने के आधार पर किया गया यह दोनों विद्यार्थी अपने विज्ञान अध्यापक सह क्लब इंचार्ज के साथ गोवा जायेंगे.








प्रस्तुति:- ईमली इको क्लब रा.व.मा.वि.अलाहर जिला,यमुना नगर हरियाणा  
द्वारा--दर्शन लाल बवेजा(विज्ञान अध्यापक) 

     

शनिवार, 15 अक्टूबर 2011

विश्व खाद्य दिवस World food day

विश्व खाद्य दिवस World food day 
विश्व खाद्य दिवस World food day 
आज रा.व.मा.वि. अलाहर में विश्व खाद्य दिवस २०११ के अवसर पर एक विचार गोष्टी का आयोजन किया गया जिस में इको क्लब के सदस्यों को विश्व खाद्य दिवस के बारे में बताया गया यह दिन पूरे विश्व में इस लिए मनाया जाता है ताकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दुनिया में भूख के खिलाफ लड़ाई में किए गए प्रयासों को जाना जा सके इस साल संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) की पहल पर दुनिया भर में विश्व खाद्य दिवस के मौके पर बढ़ती खाद्य कीमतों को मुख्य विषय बनाया गया है।
इस अवसर पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया इस गोष्ठी में समाजसेवी हुकुम सिंह चौहान,अध्यापक,प्राध्यापकों ने अपने विचार सांझा किये हुकुम सिंह चौहान ने बच्चों को बताया गया कि वो अपनी थाली में उतना ही भोजन लें जितना वो खा सकते हैं जूठन के रूप में भोजन बर्बाद ना करने की शपथ दिलवाई गयी। 
दर्शन लाल विज्ञान अध्यापक ने बताया  कि हमारे देश में ही नहीं बल्कि वैश्विक स्तर पर आबादी खाद्य पदार्थो के अनियमित बटंवारे से जूझ रही है  एक अरब से भी अधिक वैश्विक आबादी दैनिक आधार पर भूखी है और चौकाने की हद तक आबादी कुपोषण का शिकार है। 
अर्थशास्त्र  प्रवक्ता संजय शर्मा ने कहा की आर्थिक मंदी की मार के कारण पूरी दुनिया त्रसित है जिस कारण महंगाई बेकाबू हो रही है जमाखोरी और ज्यादा मांग कीमतों को टिकने नहीं दे रही हैं इसीलिए यह मुद्दा वैश्विक स्तर पर गंभीर चिंता और बहस का विषय बन गया है।
प्रधानाचार्य साहिब सिंह ने कहा कि सत्तर के दशक से सन 2००० तक अनाज की कीमते इतनी तेज़ी से नहीं बढ़ी जितनी कि गत ५-६ वर्षों में बढ़ी हैं इस कारण रोटी तक भी गरीब की पहुँच मुश्किल होती जा रही है। 
इस अवसर पर सभी स्टाफ सदस्य और इको क्लब सदस्य मौजूद थे। 

अमर उजाला अखबार मे 
प्रस्तुति:- ईमली इको क्लब रा.व.मा.वि.अलाहर जिला,यमुना नगर हरियाणा  
द्वारा--दर्शन लाल बवेजा(विज्ञान अध्यापक)     

रविवार, 2 अक्टूबर 2011

विश्व वन्यजीव सप्ताह World Wildlife Week

विश्व वन्यजीव सप्ताह World Wildlife Week
वन्यजीवन संरक्षण सप्ताह मनाया जाएगा
यमुनानगर जिला अपनी संपन्न जैवविविधता के कारण वन्यजीव  प्रेमियों के लिए ही सदियों से प्रिय रहा है| आज भी जिले का  वन्यजीव अनुपम है,शिवालिक पर्वत श्रृंखला के वन्यजीवन को समेटे हुए जिला यमुनानगर हरियाणा का गौरव है| अक्टूबर माह का प्रथम सप्ताह १ से ७ अक्टूबर विश्व वन्यजीवन के संरक्षण को समर्पित है|
विश्व वन्यजीवन सप्ताह कल से शुरू होने के अंतर्गत इमली इको कल्ब के सदस्यों ने इस बारे जानकारी हासिल की| विज्ञान अध्यापक दर्शन लाल ने क्लब सदस्यों को बताया कि  औद्योगिकरण एवं शहरीकरण  बढ़ने के कारण वनों का विनाश तीव्र गति से हो रहा है। जबकि वैज्ञानिक प्रयोगों व चिकित्सा के क्षेत्र में नित नयी सफलताओं  से मानव मृत्युदर में कमी हो रही है और जनसंख्या का बढता दबाव, औद्योगिक विकास एवं वाहनों की संख्या में हो रही बेतहाशा वृद्धि से उत्पन्न प्रदूषण विश्व के लिए एक गंभीर समस्या और मानव जीवन के लिये चुनौती बनता जा रहा है। वनों के विनाश के साथ साथ वन्यजीवों पर भी इसका प्रतिकूल असर पड रहा है। विश्व में सैकडो वन्यजीवों की प्रजातियां लुप्त होने की स्थिति में है| काफी वन्यजीव  प्रजातियां लुप्त या लुप्तप्राय हो चुकी हैं, भारत में राष्ट्रीय उद्यानों की संख्या तथा अभयारण्यों की संख्या का कुल क्षेत्रफल देश के भौगोलिक क्षेत्रफल के ६ प्रतिशत क्षेत्र को सुरक्षित करने की योजना थी। वर्तमान में देश के समस्त राष्टीय उद्यानों एवं अभ्यारण्यों का क्षेत्रफल देश के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का ४.५ प्रतिशत तथा वनाच्छित क्षेत्रफल का १९.२० प्रतिशत है।
वन्यजीवन प्रदूषण,शिकार,घटता वनक्षेत्र,मानव दखलंदाजी और दावानल का  खमियाजा भुगत रहा है और तेजी से घट रहा है जिसे बचाना जनता और सरकार दोनों की जिम्मेदारी मे आता है|
इस सप्ताह मे विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम करवाएं जायेंगे जो कि बच्चों को वन्यजीवन संरक्षण के लिए प्रेरित करेंगे.

प्रस्तुति:- ईमली इको क्लब रा.व.मा.वि.अलाहर जिला,यमुना नगर हरियाणा  
द्वारा--दर्शन लाल बवेजा(विज्ञान अध्यापक)      

   

शनिवार, 17 सितंबर 2011

विश्व ओजोन दिवस मनाया गया World Ozone Day


विश्व ओजोन दिवस मनाया गया World Ozone Day
लघु नाटिका मंचन 
आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलाहर मे विश्व ओजोन दिवस के अवसर पर इमली इको क्लब सदस्यों ने नाटक के माध्यम से जागरूकता संचार किया. कपिल राणा और विशु की टीम के द्वारा 'पृथ्वी को बचाओ' नाटक का मंचन किया गया इस लघु नाटक के माध्यम से यह बताया गया कि किस तरह मानवीय क्रिया कलाप पृथ्वी ग्रह को हानि पहुंचा रहें हैं.
तपती धरती करे पुकार 
ओजोन की परत सूर्य से आने वाले हानिकारक पराबैंगनी विकिरणों को पृथ्वी के सतह तक पहुँचने से रोकते हैं इस कारण मनुष्य और वानी सभी इस पृथ्वी पर जी रहे हैं पृथ्वी पर जीवन उत्पन्न होने का एक महत्वपूर्ण कारण ओजोन की परत भी है. इस नाटक मे कपिल राणा,विशु,निशा,सोनम,मानक,ज्योति,किरण,सोनिया,आकाश,भारत,कोमल आदि ने भाग लिया.
प्रस्तुति:- ईमली इको क्लब रा.व.मा.वि.अलाहर जिला,यमुना नगर हरियाणा  
द्वारा--दर्शन लाल बवेजा(विज्ञान अध्यापक)             

बुधवार, 14 सितंबर 2011

दूसरा रक्तदान शिविर सम्पन्न 2nd Blood Donation Camp

दूसरा रक्तदान शिविर सम्पन्न 2nd Blood Donation Camp
आज दिनाँक 13-09-2011 स्कूल मे द्वितीय  स्वेच्छिक रक्तदान कैम्प लगाया गया जिस मे 140 यूनिट रक्त एकत्र हुआ. NSS,क्लब सदस्यों व रेडक्रास के सहयोग से यह कैम्प सम्पन्न हुआ.
श्री संजय शर्मा जी 
NSS प्रभारी मुकेश रोहिल जी

क्लब प्रभारी दर्शन लाल बवेजा 

प्रथम रक्तदाता श्री बेनीवाल जी 75 वीं बार रक्तदान 

रक्तदाताओं का बैज लगा कर सम्मान किया गया 
गावं के बुज़ुर्ग रक्त तो नहीं दे सकते थे पर अपना स्नेह देने के लिए आये 


यही तो है वो अनमोल खज़ाना जिस की पूर्ति बस मानव ही स्वेच्छा से कर सकता है 
रक्तदाता को तुरंत पनीर केले व मौसमी का जूस दिया गया 
रक्त परिवहन वाहन 
महिला रक्तदाता को मंच पर सम्मानित किया गया 
इस प्रकार सफलता पूर्वक दूसरा रक्तदान शिविर सम्पन्न हुआ

प्रस्तुति:- इमली इको क्लब रा.व.मा.वि.अलाहर,जिला यमुना नगर हरियाणा
द्वारा--दर्शन लाल बवेजा(विज्ञान अध्यापक)


बुधवार, 7 सितंबर 2011

रक्तदान कैम्प के उपलक्ष्य मे एक जनजागरण रैली Blood Donation camp



रक्तदान कैम्प के उपलक्ष्य मे एक जनजागरण रैली Blood Donation camp


आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलाहर मे 13 सितम्बर को होने वाले रक्तदान कैम्प के उपलक्ष्य मे एक जनजागरण रैली निकाली गयी. विद्यालय के स्वयंसेवकों एवं कल्ब सदस्यों ने रक्तदान कैम्प जागरूकता अभियान के अंतर्गत घर घर जा कर ग्रामीणों को रक्तदान के प्रति जागरूक किया .
इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री साहिब सिंह श्योराण ने सबको सम्बोधित करते हुए कहा कि रक्तदान बहुत महत्वपूर्ण है रक्तदान जीवनदान है हमारे द्वारा किया गया रक्तदान कई जिंदगियों को बचाता है इस बात का अहसास हमें तब होता है जब हमारा कोई अपना खून के लिए जिंदगी और मौत के बीच जूझता है उस वक्त हम नींद से जागते हैं और उसे बचाने के लिए खून के इंतजाम की जद्दोजहद करते हैं.
विज्ञान अध्यापक दर्शन लाल ने कहा कि देशभर में रक्तदान हेतु रेडक्रास, नाको, ब्लडबैंक जैसी कई संस्थाएँ लोगों में रक्तदान के प्रति जागरूकता फैलाने का प्रयास कर रही है परंतु इनके प्रयास तभी सार्थक होंगे, जब हम स्वयं रक्तदान करने के लिए आगे आएँगे और अपने मित्रों व रिश्तेदारों को भी इस हेतु आगे आने के लिए प्रेरित करेंगे.
श्री संजय शर्मा जी ने बच्चों को बताया कि लाल रंग का यह तरल ऊतक हमारा जीवन-आधार है शरीर की लाखों-करोड़ों कोशिकाओं को आक्सीजन तथा पचा-पचाया भोजन पहुँचा कर यह उनके ऊर्जा-स्तर को बनाए रखने से लेकर भरण-पोषण की ज़िम्मेदारी उठाता है। उन कोशिकाओं से कार्बन-डाई-ऑक्साइड तथा यूरिया जैसे विषैली गैसों एवं रसायनों को निकालने के कार्य में भी यह लगा रहता है। बीमारी पैदा करने वाले कीटाणुओं से तो यह लगातार लड़ता रहता है और उनके विरुद्ध प्रतिरोधक क्षमता बनाए रखने में इसकी भूमिका महत्वपूर्ण है
रक्तदानियों का नामंकन करते अध्यापक 
इस अवसर पर परियोजना अधिकारी मुकेश रोहिल ने बताया कि  स्वयंसेवकों एवं कल्ब सदस्य अपना पूरा प्रयास लगा देंगे और 200 यूनिट रक्त एकत्र करके अपना समाज के प्रति दायित्व निभाएंगे.
सुनील कुमार जी ने बताया कि उनको अपने परिवार से बाल्यकाल से ही रक्त दान संस्कार मिले है उनके पिता  श्री शेर सिंह जी 73 बार के रक्तदानी है और बिलकुल स्वस्थ हैं.     
इस अवसर पर संजय शर्मा, रविन्द्र कुमार, संदीप, संजीव, राम नाथ बंसल, सुनील कुमार,दर्शन लाल, मुकेश रोहिल, मनोहर लाल, अमित कश्यप, सुनीता रानी, लवलीन कौर आदि अध्यापकों का विशेष सहयोग रहा.            

प्रस्तुति:- इमली इको क्लब रा.व.मा.वि.अलाहर,जिला यमुना नगर हरियाणा
द्वारा--दर्शन लाल बवेजा(विज्ञान अध्यापक)

शनिवार, 3 सितंबर 2011

वृक्षारोपण किया गया Tree Plantation

वृक्षारोपण किया गया Tree Plantation
श्री संजय शर्मा द्वारा पीपल का पौधा लगाया गया 
आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलाहर मे वृक्षारोपण किया गया इस अवसर पर इको कल्ब सदस्यों द्वारा 'त्रिवेणी' लगाई गई तथा सभी से पर्यावरण संरक्षण की अपील की गई 'त्रिवेणी' मे पीपल,नीम और बरगद के पेड़ लगाए गए.
इस अवसर पर  विद्यालय के इंचार्ज प्रिंसिपल प्रवक्ता श्री संजय शर्मा ने विद्यार्थियों  से कहा कि  प्रत्येक व्यक्ति को जीवन काल में कम से कम पांच पौधे अवश्य लगाना चाहिए और उनकी जिम्मेवारी तब तक लेनी  चाहिए तब तक कि वह वृक्ष न बन जाएं.
इको कल्ब प्रभारी विज्ञान अध्यापक दर्शन लाल ने कहा कि मनुष्य ना जाने कितने दानपुण्य के कार्य करता है परन्तु वह  यह नहीं जनता कि एक ऐसा दानपुण्य भी है जिस के अंतर्गत हम यदि प्रतिवर्ष एक पौधा लगाएं और उस को पेड़ बनने तक पहुंचा दे तो उसके प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष लाभ का हिसाब नहीं लगाया जा सकता वो इतना अधिक होता है.
पंडित नित्यानंद शर्मा ने बताया कि पीपल वृक्ष की महिमा को विज्ञान भी स्वीकार करता है। पीपल ही एकमात्र ऐसा वृक्ष है, जिसमें किसी भी प्रकार के कीड़े नहीं लगते हैं। यह वृक्ष सबसे ज्यादा जीवन दायनी गैस ऑक्सिजन को  छोड़ता है. भगवान बुद्ध को पीपल के नीचे तपस्या करने के बाद बोध-ज्ञान प्राप्त हुआ था. श्रीमद भगवत गीता के अध्याय 10, श्लोक 26 में भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है- अश्वत्थ: सर्व वृक्षाणी, अर्थात वृक्षों में श्रेष्ठ पीपल है. 
पंडित गोपाल दास शास्त्री जी  ने बताया कि  पुराणों में यह भी बताया गया है कि जिस दम्पत्ति  पुत्र नहीं हैं, उनके लिए वृक्ष ही पुत्र हैं. वृक्षारोपण करने वाले व्यक्ति के लौकिक-पारलौकिक कर्म वृक्ष ही करते रहते हैं और उसे स्वर्ग प्रदान करते हैं. एक स्थान पर लिखा है कि यदि कोई अश्वत्थ: (पीपल) वृक्ष लगाता है तो वही उसके लिए एक लाख पुत्रों से भी बढ़कर है.
मुकेश रोहिल ने बच्चों को बताया कि सराय या पियाऊ भी जनसेवा के काम है परन्तु वो कभी बंद हो सकते हैं और टूट भी सकते हैं परन्तु मार्ग मे लगाया गया एक भी छायादार वृक्ष सदा सदा पथिको को छाया फल फूल प्रदान करता रहेगा.       
 इस अवसर पर दर्शन लाल, मुकेश रोहिल, सुनील कुमार, राम नाथ बंसल, मनोहर लाल, संजीव कुमार, नित्यानंद शर्मा, गोपाल दास आदि ने पौधरोपण किया. 
अखबारों मे भी .....
                                          दैनिक भास्कर 04-09-2011

अमर उजाला अखबार 04-09-2011
प्रस्तुति:- इमली इको क्लब रा.व.मा.वि.अलाहर,जिला यमुना नगर हरियाणा
द्वारा--दर्शन लाल बवेजा(विज्ञान अध्यापक)
   

शनिवार, 20 अगस्त 2011

राजीव गाँधी अक्षय उर्जा दिवस Akshya Urja Divas


राजीव गाँधी अक्षय उर्जा दिवस मनाया गया
 आज राजकीय वरिष्ट माध्यमिक विद्यालय अलाहर मे राजीव गाँधी अक्षय उर्जा दिवस मनाया गया इस अवसर पर स्कूल के बच्चों को अक्षय उर्जा के बारे मे बताया गया | और बच्चो को सोलर कूकर की कार्य प्रणाली भी प्रयोग कर के बतायी गयी |
विज्ञान अध्यापक दर्शन लाल ने बताया कि में वे सारी उर्जा शामिल हैं जो प्रदूषणकारक नहीं हैं तथा जिनके स्रोत का क्षय नहीं होता, या जिनके स्रोत का पुनःभरण होता रहता है। सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, जलविद्युत उर्जा, ज्वार-भाटा से प्राप्त उर्जा, बायोमास, जैव इंधन आदि नवीनीकरणीय उर्जा के कुछ उदाहरण हैं।
इस अवसर पर प्रवक्ता संजय शर्मा ने बच्चों को अक्षय उर्जा के महत्व को बताया उन्होंने बताया कि ऊर्जा का महत्व दिन प्रतिदिन जीवन मे बढ़ता जा रहा है परन्तु जीवाश्म ईंधन अब इस असीमित मांग की पूर्ति करने मे सक्षम नहीं रहें है इस के लिए हमे उर्जा के वैकल्पिक साधनों की तरफ जाना ही पडेगा अतः  हमें सौर उर्जा ,जल उर्जा, पवन उर्जा का अधिकतम दोहन कर के जीवाश्म ईंधन और परम्परागत उर्जा के अन्य साधनों पर दबाव कम करना है| 
 प्रस्तुति:- इमली इको क्लब रा.व.मा.वि.अलाहर,जिला यमुना नगर हरियाणा
द्वारा--दर्शन लाल बवेजा(विज्ञान अध्यापक)

मंगलवार, 19 जुलाई 2011

क्लब सदस्यों ने बनाया पर्यावरण मित्र पम्प Eco friendly Pump

अलाहर के छात्रों मे उत्साह 
बच्चो को बच्चा समझने की भूल अक्सर सब कर बैठते है परन्तु असल मे बच्चों मे एक गज़ब का कल्पनाशील दिमाग होता है बच्चा हर उम्र मे यह सोचता रहता है कि यदि यह काम ऐसे ना  हो कर ऐसे होता तो कितना अच्छा होता फिर वो अपनी कल्पना को अपने से बड़े के आगे रखता है तो लोग हस कर बच्चा कह कर टाल देते हैं परन्तु येही कल्पना ना होती तो मनुष्य की हवाई यात्रा दूर संचार की इच्छा कभी पूरी नहीं होती. बच्चो की कल्पना और कुछ नया करने की इच्छा पूर्ति के आगे धन और मार्गदर्शन की कमी आड़े आती है इसी को ध्यान मे रख कर केंद्रीय विज्ञानं और प्रोद्योगिकी विभाग, भारत सरकार द्वाराएक योजना चलाई गयी है जी के अंतर्गत कल अलाहर के सरकारी स्कूल के विद्यार्थी जिले के अन्य सैकड़ों छात्र छात्राओं के साथ  इंस्पायर अवार्ड के विज्ञान माडल प्रस्तुत करेंगे.इस बारे जानकारी देते हुए अलाहर के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के विज्ञान अध्यापक दर्शन लाल बवेजा ने बताया कि इंस्पायर  यानि "इनोवेशन इन साईंस प्रसुइट फार इंस्पायर्ड रिसर्च” केंद्रीय विज्ञानं और प्रोद्योगिकी विभाग,भारत सरकार द्वारा प्रतिभाओ को विज्ञानं और अनुसन्धान के क्षेत्र कि ओर आकर्षित करने के लिए यह नवाचार प्रारम्भ किया गया है. इस महत्वाकांक्षी योजना का उद्देश्य विज्ञानं अध्ययन के लिए प्रतिभाओ को प्राम्भिक अवस्था में ही आकर्षित कर भविष्य के विज्ञानं और तकीनीकी के क्षेत्र के लिए एक व्यापक प्रतिभाशाली मानव संसाधन विकसित करना है. विज्ञान आधारित विषय जैसे भौतिकी, रसायन, जीवविज्ञान आदि में अनुसंधान कम हो रहे है. युवाओं का ध्यान इस ओर से हट रहा है. विद्यालयों में अध्ययनरत उत्कृष्ट विद्यार्थियों में वैज्ञानिक सोच विकसित करने एवं विज्ञान शिक्षा को प्रोत्साहित करने की दृष्टि से इंस्पायरयोजना के तहत पांच हजार रुपए का पुरस्कार प्रदान किया जाता है.इसके अंतर्गत कक्षा 6 से 8 तथा 9 से 10 तक में अध्ययनरत मेधावी विद्यार्थियों का चयन किया जाता है.
इस योजना के तीन मुख्य घटक है पहले घटक मे विज्ञान के लिए प्रतिभाओं को आकर्षित करने के लिए योजना है इस के तहत १० से १५ साल की प्रतिभाओ को भविष्य में विज्ञानं अध्यन के लिए आकर्षित करना है.|इस के अंतर्गत कक्षा ६ से १० के वे विधार्थी जिन्होंने कक्षा में विज्ञानं और गणित विषय में सर्वाधिक अंक प्राप्त किए है को ५००० रु. मौलिक मॉडल या विज्ञानं परियोजना बनाने के लिए दिए जाते है इन मोडलो को प्रदर्शनी के द्वारा ब्लाक ,जिला, और राज्यस्तर पर प्रदर्शित किए जाते है. माध्यमिक और प्रारम्भिक शिक्षा के समस्त विद्यालयों के कक्षा ६ से १० के प्रतिभाशाली विधार्थियो को इस योजना का लाभ मिल रहा है.

इसके दूसरे घटक मे उच्च शिक्षा के लिए छात्रवृत्ती की योजना है इस के तहत १७ से २२ साल की युवा प्रतिभाओ को मूल विज्ञानं स्ट्रीम में अध्यन हेतु प्रोत्साहित करने के लिए छात्रवृति प्रदान की जाती है.
इसके तीसरे घटक मे अनुसंधान मे कॅरिअर के लिए निश्चित अवसर योजना है इस के तहत २२ से ३२ साल के विधार्थियो को फेलोशिप प्रदान की जाती है. यह फेलोशिप बेसिक और अप्लाइड विज्ञानं दोनों में अनुसन्धान करने वालो को दे जाती है.|
प्रधानाचार्य  श्री साहिब सिंह ने बताया कि  अलाहर  स्कूल के बच्चो विज्ञान की विभिन्न गतिविधियों मे बहुत  बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते हैं और इस स्कूल से बच्चो ने गत ५ वर्षों मे विज्ञान की विभिन्न प्रतियोगिताओं मे राज्य और राष्ट्रीय स्तर  पर भाग लेकर स्कूल व जिले का नाम रोशन किया है. इस प्रदर्शनी मे भी विद्यालय से दो माडल प्रस्तुत किये जा रहें हैं. वंशिका और कपिल ने साइकिल पर एक पम्प फिट करके बिना बिजली से छत पर पानी चढ़ाने  की डिवाईस विकसित की है और जबकि शिवम और दिव्या ने कम बल से मशीन द्वारा खेत मे बीज और उर्वरक डालने की विधि विकसित की है और एक ऐसी मशीन बनाई है जिस से कम समय लगा कर बिजाई की जा सकती है और उर्वरक फैलाया जा सकता है .
  प्रधानाचार्य  एवं सभी अध्यापकों ने प्रदर्शनी मे भाग लेने वाले सभी बच्चो को शुभकामनाएं दी.     
अमर उजाला अखबार मे आज २०-०७-२०११ को 


प्रस्तुति:- इमली इको क्लब रा.व.मा.वि.अलाहर,जिला यमुना नगर हरियाणा
द्वारा--दर्शन लाल बवेजा(विज्ञान अध्यापक)

मंगलवार, 12 जुलाई 2011

सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान खुले मे शौच बीमारियों को न्योता TOTAL SANITATION CAMPAIGN

सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान खुले मे शौच बीमारियों को न्योता
रा.व.मा.वि.अलाहर मे  सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान सप्ताह मनाया गया इस के अंतर्गत जागरूकता,स्वच्छता सम्बन्धित विभिन्न गतिविधियां की गयी.
समापन के अवसर पर आज के मुख्य मुद्दे खुले मे शौच बीमारियों को न्योता विषय  पर चर्चा की गयी इस विषय पर बोलते हुए विज्ञान अध्यापक दर्शन लाल ने बताया कि शौचालय सभ्यता के विकास का हिस्सा रहे हैं। 
यह विकास की न्यूनतम शर्त भी मानी जा सकती है विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यू.एच.ओ.) तथा संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनीसेफ) की ताजा रिपोर्ट बताती है कि हिंदुस्तान ऐसे देशों का सरगना है जहां खुले में लोग शौच जाते हैं क्योंकि उन्हें शौचालय की सामान्य सुविधाएं हासिल नहीं हैं। दुनिया में जितने लोग खुले में शौच जाते हैं उनमें से ५८ प्रतिशत भारतीय हैं। गांवों में तो यह प्रतिशत बढ़कर ६१ तक हो जाता है।  आंकड़ों के मुताबिक दुनिया में आज भी एक अरब दस करोड़ लोग खुले में शौच करते हैं। इनमें से सबसे ज्यादा ४४ प्रतिशत दक्षिण एशियाई देशों में हैं।
 भारत में ये ६४ करोड़ हैं। दुनिया के कुल ११ देशों में ८१ प्रतिशत आबादी शौच की उचित सुविधा से वंचित है जिनमें भारत और उसके चार पड़ोसी देश चीन, पाकिस्तान, नेपाल तथा बांग्लादेश भी शामिल हैं। वैसे भारत के बाद इस मामले में इंडोनेशिया तथा चीन का नंबर आता है लेकिन इन दोनों देशों में ऐसे लोगों की संख्या भारत की तुलना में बहुत कम है। इंडोनेशिया में ५.८ करोड़ हैं तथा चीन में पांच करोड़। जाहिर है कि खुले में शौच जाने की अपनी स्वास्थ्यगत गंभीर समस्याएं हैं जिनमें दस्त लगना (डायरिया होना) तथा अंतड़ी संबंधी रोग होना शामिल है। खासतौर पर हमारे जैसे देश में स्त्रियों के लिए यह समस्या अधिक विकट है जो खुले में हर समय शौच नहीं जा सकतीं।
 उन्हें जबर्दस्ती अपने शरीर पर अत्याचार करना पड़ता है जिससे औरतें कई गंभीर बीमारियों की शिकार हो जाती हैं। हमारे शहरों की हालत गांवों से वैसे काफी ठीक है मगर शहरी आबादी का वह हिस्सा- जो झुग्गी झोपड़ियों में रहता है- इस सामान्य, मानवीय सुविधा से वंचित है। अनुमान है कि शहरों के १८ प्रतिशत लोग इन वंचितों में शामिल हैं। फिर हमारे ज्यादातर शहरों-कस्बों में सार्वजनिक शौचालयों की देखभाल इतनी खराब है कि चाहकर भी उनका इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। अनेक सार्वजनिक स्थलों पर तो स्त्रियों के लिए ऐसी नाममात्र की सुविधा तक नहीं है। हम वैश्वीकरण पर, नई अर्थव्यवस्था पर, आर्थिक प्रगति की दर पर गौरव करते हैं मगर हमारे यहां साफ-सुथरे शौचालयों का घरों तथा सार्वजनिक स्थलों में भयानक अभाव है।
बच्चों को इस अवसर पर श्री संजय शर्मा ,मुकेश रोहिल,सुभाष चंद,संदीप कुमार,रविन्द्र कुमार,मनोहर लाल आदि अध्यापको ने भी सम्बोधित किया। 
  
      
प्रस्तुति:- इमली इको क्लब रा.व.मा.वि.अलाहर,जिला यमुना नगर हरियाणा
द्वारा--दर्शन लाल बवेजा(विज्ञान अध्यापक)


मंगलवार, 5 जुलाई 2011

मलेरिया जागरूकता पर गोष्टी mosquito attack


मलेरिया जागरूकता पर गोष्टी का आयोजन किया गया.
आज राजकीय वरिष्ट माध्यमिक विद्यालय अलाहर मे मलेरिया रोग से बचाव के बारे मे बताते हुए प्रधानाचार्य श्री साहिब सिंह ने घोषणा की कि जुलाई का पूरा महीना मच्छर जनित रोगों के प्रति जागरूकता संचार के रूप मे मनाया जाएगा जिस मे छात्रों को मलेरिया,डेंगू,चिकन गुनिया आदि मच्छर जनित रोगों के बारे मे जागरूक किया जाएगा। विज्ञान अध्यापक दर्शन लाल ने कहा कि मच्छरदानी सब से उत्तम और सरल उपाय है परन्तु अब मच्छरदानी प्रचलन से बाहर हो गयी है परन्तु व्यापक प्रचार के कारण लोग समझ  चुके हैं कि टिकिया,रिपेलेंट,स्प्रे आदि सब हानिकारक भी हैं इसलिए मच्छरदानी का प्रयोग करना चाहिये.मोटे तौर पर देखा जाए तो रोगों का वाहक मच्छर गंदगी में पनपता है। देश में आज भी बड़े भाग में शौचालय की सुविधाएं विशेषकर उसके निकास के तरीके उचित नहीं हैं जो गंदगी फैलाते हैं। वहीं दूसरी ओर खुले गटर, गड्ढे पानी भरी होदियां, नालियां सब कुछ खुला है और गंद लाता है। उस पर शहरों में कूलर, पानी की खुली टंकियां, टायर जैसा अन्य कबाड़ मच्छरों के इस परिवार को बढ़ाता है। मादा मच्छर क्योंकि दिन में ही काटता है, इसलिए दोपहर में मच्छरों से बचाव पर पूरा ध्यान दिया जाना चाहिए।
 दर्शन लाल ने बच्चो को मच्छर और मलेरिया व अन्य रोगों के बारे मे भी विस्तार से  बताया मानसून के दिनों में जो बीमारी आमतौर पर देखने को मिलती है, उनमें मलेरिया का नाम प्रमुख है। मलेरिया का प्रमुख कारण प्लाज्मोडियम परजीवी है। वैज्ञानिक रॉनल्ड रॉस ने जब पहली बार यह बात उजागर की कि मलेरिया फैलाने के पीछे केवल मादा मच्छर का डंक है तो लोगों को हैरानी हुई थी। तब और शोध सामने आए पता चला कि मच्छर तो निमित्त मात्र है, वह केवल वाहक है। मलेरिया का दोषी तो कोई और ही है जो उसको और मनुष्य को अपना ठिकाना बनाए हुए है। मच्छर ने जब स्वस्थ मनुष्य को काटा तो यह आराम से उसके खून में उतर गया और अपना कहर दिखा गया। इसके बाद जब किसी रोगी को मच्छर ने काटा तो फिर परजीवी मच्छर के अंदर जा पहुंचा। इस तरह से मच्छर और मनुष्य के बीच दूषित रक्त का आदान-प्रदान होता रहा और आराम से रोग बढ़ता-फैलता रहा। इस परजीवी की चार प्रजातियां हैं, प्लाज्मो-डिपम वाईवेक्स, प्लाज्मोडियम फाल्सीपेरम, प्लाज्मोडियम मलेरियाई और प्लाज्मोडियम ओवेल।
संक्रमित मादा एनाफिलिज मच्छर के काटने से प्लाज्मोडियम मरीज की लाल रक्त कणिकाओं को तेजी से प्रभावित करता है,वाईवेक्स आम है जबकि फाल्सीपेरम सबसे ज्यादा खतरनाक है जो सीधे मस्तिष्क को प्रभावित करता है। मच्छर की ही देन डेंगू बुखार भी है। मादा एडीस मच्छर के काटने का असर डेंगू बुखार के रूप में सामने आता है। 
यह जागरूकता कार्यक्रम पूरे माह तक चलेगा और इस कार्यक्रम मे  दर्शन लाल, संजय शर्मा, मुकेश रोहिल, सुभाष काम्बोज,मनोहरलाल, नित्यानंद,  रविंदर कुमार, सुनील कुमार आदि अध्यापको ने भी विशेष सहयोग दिया।  
अमर उजाला ६-७-२०११ 



प्रस्तुति:- इमली इको क्लब रा.व.मा.वि.अलाहर,जिला यमुना नगर हरियाणा
द्वारा--दर्शन लाल बवेजा(विज्ञान अध्यापक)


मंगलवार, 21 जून 2011

हमारा पर्यावरण: बचपन और हमारा पर्यावरण---दर्शन बवेजा

हमारा पर्यावरण: बचपन और हमारा पर्यावरण---दर्शन बवेजा
बचपन जीवन का वो भाग जिस के लिए आदमी तब भी तरसता है जब वो बड़ा होता है जगजीत सिंह की वो गजल 'कागज की कशती' सुन कर बचपन की याद किस को ना आयी होगी| एक बचपन हमारा था अब हमारे अपने बच्चों का है और एक बचपन है 'कचरा बीनने वाले बच्चों का' जी एक सच जिस से नजरे नहीं फेरी जा सकती| सुबह तड़क वेला में कंधे पर कट्टा/बोरी लटकाए मैले गंदे बिना नहाये ये बच्चे दुकाने खुलने से पहले बाज़ारों में कालोनियों में स्कूलों के पास पहुँच जाते है और कागज ,गत्ता ,पोलीथीन ,प्लास्टिक आदि फेंका हुआ कचरा उठाने लगते है उन को कोई सरोकार नहीं है कि उसने बहुत बड़ी कम्पनी के बच्चों के कपड़ो का जो डिब्बा/पोलीथीन उठाया,अपने बोरे में डाला और फिर अगले शिकार(डिब्बे) की और भागा उस के पास वक्त नहीं है की वो ये जाने ५० पैसे में बिकने वाले इस डिब्बे में उस के ही हमउम्र का ३००० रुपयों का कोट था| उसे इस काम में यानि कचरा बीनने में भी कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ता है वो भाग भाग कर चीते की फुर्ती से आपने शिकार को पकड़ता है डिब्बा ,कागज ,अखबार ,पोलीथीन ,लोहा ,टीन गलनशील/अगलनशील कचरा और उस के बदले दिन को रोटी .. बचपन उनका और पर्यावरण हमारा जी हाँ ,मै कचरा बीनने वालों को सच्चा पर्यावरण हितैषी मानता हूँ वो छोटे छोटे बच्चों के झुण्ड दूर से ही अपने डिब्बे को भूखे बाज़ की तरह पहचान लेते है और दूर से ही बोल देते है वो मेरा,बड़े वे के प्रतिस्पर्धात्मक तिडकमों से अनजान इन के पेशे में बचपन की निश्छल,पाक,सहयोगात्मक भावना होती है......
आगे यहाँ..........

रविवार, 5 जून 2011

विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया World Environment Day (05-06-2011)


विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया World Environment Day (05-06-2011)
विश्व पर्यावरण दिवस पर इको मार्च करते क्लब सदस्य 
आज राजकीय वरिष्ट माध्यमिक विद्यालय अलाहर में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया  गया इस उपलक्ष्य में  इको मार्च ,पेंटिंग प्रतियोगिता और गोष्टी का आयोजन किया गया, इमली इको क्लब के सदस्यों को सम्बोधित करते हुए क्लब प्रभारी दर्शन लाल विज्ञान अध्यापक ने बताया कि दुनिया भर में विश्व पर्यावरण दिवस प्रति वर्ष 5 जून  को मनाया जाता है पर्यावरण का दूषित होना आज वैश्विक चर्चा और चिंता का विषय बना हुआ है। इसके प्रति चेतना जागृत करने के उद्देश्य से विश्व पर्यावरण दिवस का आयोजन 1972 से हर वर्ष 5 जून को संयुक्त राष्ट्रसंघ के द्वारा आरम्भ किया गया था । विश्व पर्यावरण दिवस मनाये जाने का मुख्य उद्देश्य  पर्यावरण के प्रति जागरूकता उत्पन्न करना और आम जनता को पर्यावरण के प्रति प्रेरित करना था। मनुष्य को पृथ्वी पर आनंद पूर्वक जीवन व्यतीत करने के लिए प्रदूषण को कम करना ही होगा क्यूंकि प्रदूषण न केवल राष्ट्रीय बल्कि अन्तर्राष्ट्रीय समस्या है। मनुष्य के आसपास जो वायुमंडल है वो पर्यावरण कहलाता है। पर्यावरण का जीवजगत  के स्वास्थ्य एवं जीवन निर्वाह से गहरा सम्बन्ध है। पर्यावरण को स्वच्छ  बनाए रखने में प्रकृति का विशेष महत्व है। प्रकृति का संतुलन बिगड़ा  नहीं कि पर्यावरण दूषित हुआ नहीं। पर्यावरण के दूषित होते ही जीव- जगत रोग ग्रस्त हो जाता है।
पर्यावरण के प्रहरी 
पेंटिंग प्रतियोगिता 
पेंटिंग प्रतियोगिता 
  
समूह फोटो क्लब सदस्य 

जी हाँ ,हमने भी हटाना है 

पेड़ लगाओ - पर्यावरण बचाओ 
क्लब के सदस्यों के द्वारा इस अवसर पर एक इको मार्च का आयोजन किया गया इस रैली का संचालन विद्यालय के अध्यापको ने किया,क्लब सदस्यों ने पेड़ लगाओ पर्यावरण बचाओ और पर्यावरण को बचाना है  के नारे लगा कर इस दिवस बारे जागरूकता संचार किया, इस अवसर पर एक गोष्टी भी की गयी जिस में अध्यापको ने क्लब सदस्यों को विश्व पर्यावरण दिवस के बारे में बताया.जो चंद प्रयास हम अपने स्तर पर कर सकते हैं, उनमें प्रमुख हैं जन्मदिन,विवाह की वर्षगांठ जैसे प्रमुख अवसरों पर एक पेड़ लगायें, मित्रों को उपहार में एक पौधा दें, अनावश्यक नल खुला रख पानी बहता न छोडें, अनावश्यक बिजली की बत्ती जलती न छोडें,गाड़ी धोने या पौधों को पानी देने में इस्तेमाल किया पानी का प्रयोग करें।इस अवसर पर सभी सदस्यों कपिल, हिमांशु,शिवम,ज्योति,निशा,काजल,किरण, का योगदान सराहनीय था
पेंटिंग प्रतियोगिता का परिणाम 
प्रथम : लवली कक्षा ७ 
द्वितीय : शिवानी कक्षा ८ 
तृतीय : अनु कक्षा ८ 
सांत्वना : दिव्या कक्षा ६ , अंजू कक्षा ६ 

प्रस्तुति:- इमली इको क्लब रा.व.मा.वि.अलाहर,जिला यमुना नगर हरियाणा
द्वारा--दर्शन लाल बवेजा(विज्ञान अध्यापक) 9416377166